CBI के एक्शन से अनिल अंबानी के शेयरों में गिरावट

सूची
  1. अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का कारण
  2. अनिल अंबानी के शेयरों का प्रदर्शन: एक तुलनात्मक दृष्टि
  3. CBI की छापेमारी: निवेशकों की प्रतिक्रिया
  4. बाजार के जानकारों की राय
  5. अनिल अंबानी का संभावित भविष्य

इन दिनों अनिल अंबानी के शेयरों में लगातार गिरावट एक बार फिर से चर्चा का विषय बन गई है। जैसे ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने उनके आवास पर छापे मारे, बाजार में हलचल मच गई। आइए जानते हैं कि इस घटनाक्रम का उनके व्यापारिक साम्राज्य पर क्या असर पड़ा है और बाजार के जानकार इस स्थिति पर क्या प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का कारण

हाल ही में अनिल अंबानी के संचालित कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है। बीते शनिवार को CBI द्वारा उनकी संपत्तियों पर छापे की खबर ने बाजार में अनिश्चितता पैदा कर दी। इस घटनाक्रम के चलते सोमवार को जब बाजार खुला, तो रिलायंस इंफ्रा और रिलायंस पावर के शेयरों में लोअर सर्किट लग गया।

रिलायंस इंफ्रा का शेयर शुक्रवार को 292 रुपये पर बंद हुआ था, लेकिन सोमवार को यह तेजी से गिरकर 275.65 रुपये पर आ गया, जो कि 5% की गिरावट दर्शाता है। वहीं, रिलायंस पावर का शेयर भी 49 रुपये से गिरकर 46.46 रुपये पर पहुंच गया। ऐसे में बाजार में निवेशकों की धारणा पर गहरा असर पड़ा।

अनिल अंबानी के शेयरों का प्रदर्शन: एक तुलनात्मक दृष्टि

पिछले पांच वर्षों में अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को शानदार लाभ दिया है। हालांकि, हाल के दिनों में यह तस्वीर बदल गई है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई है:

  • रिलायंस इंफ्रा ने पिछले पांच वर्षों में निवेशकों को 821.91% का रिटर्न दिया है।
  • रिलायंस पावर ने 1172.88% का रिटर्न दिया है, जो एक उल्लेखनीय वृद्धि है।
  • हालांकि, पिछले एक महीने में रिलायंस इंफ्रा के शेयर में 20% और रिलायंस पावर के शेयर में 18.18% की गिरावट आई है।

CBI की छापेमारी: निवेशकों की प्रतिक्रिया

CBI की छापेमारी के पीछे एक बड़ा कारण भारतीय स्टेट बैंक द्वारा अनिल अंबानी की कंपनी के खिलाफ की गई धोखाधड़ी की शिकायत है। इस शिकायत के बाद, CBI ने अनिल अंबानी के आवास और कंपनी के ठिकानों पर छापे मारे।

रिपोर्टों के अनुसार, CBI ने उनके मुंबई स्थित आवास 'सी विंड' पर तलाशी अभियान चलाया था। इसके बाद, अनिल अंबानी के प्रवक्ता ने यह स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई एक पुरानी शिकायत से जुड़ी है और अनिल अंबानी की कंपनी के प्रबंधन में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।

बाजार के जानकारों की राय

इस घटनाक्रम को लेकर विभिन्न बाजार विशेषज्ञों की राय है। कुछ का मानना है कि ये छापे और CBI की कार्रवाई अनिल अंबानी के व्यापारिक साम्राज्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। वहीं, कुछ विशेषज्ञ इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अगर अनिल अंबानी अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का सफलतापूर्वक खंडन करते हैं, तो निवेशकों का विश्वास फिर से बहाल हो सकता है।

अनिल अंबानी का संभावित भविष्य

अनिल अंबानी की कंपनियों ने पिछले वर्षों में जबर्दस्त वृद्धि का अनुभव किया है। हालांकि, वर्तमान में चल रही मामलों का नतीजा उनके भविष्य को प्रभावित कर सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस संकट से कैसे निपटते हैं और क्या वे अपने निवेशकों का विश्वास फिर से जीत सकते हैं।

सीबीआई की कार्रवाई के बाद, अनिल अंबानी को अपनी कंपनियों के लिए नई रणनीतियाँ बनानी होंगी। निवेशकों को भी इस स्थिति में सतर्क रहना चाहिए और अपने निवेश के फैसलों में विशेषज्ञों की सलाह लेना चाहिए।

नोट: शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।

इस घटनाक्रम से जुड़े विभिन्न वीडियो भी उपलब्ध हैं जो इस विषय पर और अधिक जानकारी प्रदान करते हैं। एक वीडियो जो इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है, वह है:

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