भारतीय क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए यह एक गंभीर क्षण है, क्योंकि एशिया कप 2025 के निकट आने के साथ, ड्रीम11 ने भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) को एक बड़ा झटका दिया है। यह स्थिति न केवल बीसीसीआई के लिए वित्तीय चिंता का कारण बनती है, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण है।
हाल ही में संसद द्वारा पारित प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 ने भारत में रियल मनी गेमिंग पर रोक लगा दी है। इस कानून के लागू होने से ड्रीम11 का व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और कंपनी ने अब बीसीसीआई को सूचित किया है कि वह भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सरशिप जारी नहीं रख पाएगी।
ड्रीम11 और बीसीसीआई के बीच संबंध
ड्रीम11 ने बीसीसीआई के साथ जुलाई 2023 में 358 करोड़ रुपये की एक बड़ी डील पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत, ड्रीम11 को भारतीय महिला टीम, पुरुष टीम, अंडर-19 टीम और इंडिया-ए टीम की किट के लिए स्पॉन्सरशिप अधिकार दिए गए थे। इस डील ने पहले के स्पॉन्सर बायूज (Byju’s) को रिप्लेस किया था।
बीसीसीआई के अधिकारियों के अनुसार, ड्रीम11 के प्रतिनिधियों ने मुंबई में बीसीसीआई कार्यालय का दौरा किया और सीईओ हेमांग अमीन को इस फैसले से अवगत कराया। इसके बाद, बीसीसीआई को जल्द ही एक नया टेंडर जारी करना होगा, क्योंकि एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होनी है।
नए कानून का प्रभाव
भारत सरकार द्वारा पारित यह नया कानून ऑनलाइन गेमिंग को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कानून के तहत रियल मनी गेमिंग पर रोक लगाने का लक्ष्य ऑनलाइन जुए से जुड़े जोखिमों को कम करना है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब भारत में फैंटेसी गेमिंग और ऑनलाइन खेलों का बाजार तेजी से बढ़ रहा था।
- खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
- गैर-कानूनी जुए के खिलाफ कार्रवाई करना
- नए नियमों के तहत कंपनियों को पारदर्शिता बनाए रखने के लिए प्रेरित करना
ड्रीम11 के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि कंपनी ने हमेशा भारतीय क्रिकेट के विकास में महत्वपूर्ण निवेश किया है। हालांकि, नए कानून ने कंपनी के मुख्य व्यवसाय पर गहरा प्रभाव डाला है।
ड्रीम11 का व्यवसाय मॉडल
ड्रीम11 की स्थापना 2008 में हुई थी और आज इसकी वैल्यू लगभग 8 बिलियन डॉलर है। कंपनी ने न केवल क्रिकेट में, बल्कि अन्य खेलों में भी महत्वपूर्ण निवेश किया है। इसके ब्रांड एंबेसडर में एमएस धोनी, रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या, और जसप्रीत बुमराह जैसे प्रमुख खिलाड़ी शामिल हैं।
कंपनी ने आईपीएल में भी बड़ा निवेश किया था और 2020 में आईपीएल ट्रॉफी को स्पॉन्सर किया। इसके अलावा, ड्रीम11 ने कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) और ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग जैसे अन्य खेलों में भी भागीदारी की है।
ड्रीम11 का भविष्य
ड्रीम11 ने अब इस बात की पुष्टि की है कि वह किसी भी प्रकार की पेनल्टी नहीं लगाएगी, क्योंकि उनके कॉन्ट्रैक्ट में यह स्पष्ट लिखा है कि यदि भारत सरकार के नए कानून से कंपनी के व्यवसाय पर असर पड़ता है, तो पेनल्टी नहीं लगेगी। यह स्थिति ड्रीम11 के लिए एक राहत है, लेकिन बीसीसीआई के लिए इसे भरने के लिए नए स्पॉन्सर की खोज करना अनिवार्य बनाता है।
क्या अब बीसीसीआई को नया स्पॉन्सर खोजने में कठिनाई होगी?
बीसीसीआई को नए स्पॉन्सर की खोज करने की प्रक्रिया में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। खेल प्रायोजन में वित्तीय स्थिरता और ब्रांड प्रतिष्ठा महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में, अन्य कंपनियों को ड्रीम11 के स्थान पर आने के लिए प्रेरित करना एक चुनौती हो सकता है।
- नए स्पॉन्सर्स की पहचान करना
- बाजार में प्रतिस्पर्धा का विश्लेषण करना
- स्पॉन्सरशिप डील के लिए उचित शर्तें तय करना
ड्रीम11 की वैश्विक स्थिति
ड्रीम11 केवल भारतीय बाजार में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुका है। कंपनी ने 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के साथ भी पार्टनरशिप की थी। इस तरह के वैश्विक संबंध ड्रीम11 को एक मजबूत ब्रांड बनाते हैं।
ड्रीम11 का यह कदम बीसीसीआई के लिए एक महत्वपूर्ण समय पर आया है जब क्रिकेट की दुनिया में स्पॉन्सरशिप और आर्थिक स्थिरता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इस बदलाव का दीर्घकालिक प्रभाव भारतीय क्रिकेट पर पड़ेगा, और आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई इस चुनौती का किस प्रकार सामना करता है।


