महिला का आधार नंबर लेकर डुप्लीकेट Aadhar से बैंक ठगी

सूची
  1. आधार कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी का मामला
  2. पुलिस की कार्रवाई और जांच की प्रक्रिया
  3. पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा
  4. धोखाधड़ी की अन्य घटनाएं
  5. आधार कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी से बचने के तरीके
  6. धोखाधड़ी के मामलों की बढ़ती संख्या

सुरक्षा, पहचान और वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में एक महत्वपूर्ण विषय बनते जा रहे हैं, विशेष रूप से जब बात आधार कार्ड की आती है। हाल ही में एक घटना ने इस मुद्दे को और भी प्रासंगिक बना दिया है, जब एक व्यक्ति ने एक महिला के आधार नंबर का उपयोग करके धोखाधड़ी और ठगी की। जानिए इस मामले के बारे में विस्तार से।

आधार कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी का मामला

बिहार के एक व्यक्ति पर पश्चिम बंगाल की एक महिला के आधार कार्ड की नकल करके उसके नाम पर बैंक खाता खोलने और विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए फर्जी दस्तावेज जारी करने का आरोप लगा है। यह मामला लाखों रुपये की ठगी से जुड़ा हुआ है, जिसमें आरोपी ने अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए महिला की पहचान का दुरुपयोग किया।

आरोपी, रोहित रंजन उर्फ पंकज कुमार शर्मा, मूल रूप से बिहार के गया जिले का निवासी है। ये हाल ही में उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के सुरयावा क्षेत्र में निवास कर रहा था। उसने अपनी पहचान को छिपाने के लिए पश्चिम बंगाल के नदिया जिले की एक मजदूर महिला के आधार नंबर का इस्तेमाल किया, और यहां तक कि एक सिम कार्ड भी खरीदा।

पुलिस की कार्रवाई और जांच की प्रक्रिया

पुलिस ने इस मामले की जांच तब शुरू की जब नदिया के हरिनघाट थाने से रिपोर्ट प्राप्त हुई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस संबंध में शनिवार को सुरयावा थाने में रोहित के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि यह अपराध 29 सितंबर से 16 नवंबर, 2023 के बीच हुआ था। इस मामले में कई धाराएं शामिल की गई हैं, जैसे:

  • धारा 406 - आपराधिक विश्वासघात
  • धारा 419 - छद्मवेश धारण करके धोखाधड़ी
  • धारा 420 - धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना
  • धारा 465 - जालसाजी
  • धारा 467 - मूल्यवान प्रतिभूति, वसीयत आदि की जालसाजी
  • धारा 468 - धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी
  • आईटी अधिनियम के तहत धाराएं

पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा

राजमिस्त्री अमित मंडल की पत्नी, 25 वर्षीय प्रिया मंडल सरकार, इस घटना के बारे में तब जागरूक हुईं जब पुलिस उनके पास धोखाधड़ी के एक मामले में पूछताछ करने आई। यह घटना प्रिया के लिए एक बड़ा झटका थी, क्योंकि उसने कभी नहीं सोचा था कि कोई उसके पहचान पत्र का दुरुपयोग कर सकता है।

धोखाधड़ी की अन्य घटनाएं

भदोही के पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक के अनुसार, रोहित ने खुद को नई दिल्ली स्थित मेडिकल काउंसिल कमेटी का सदस्य बताते हुए एक युवक को कोलकाता मेडिकल कॉलेज के लिए फर्जी आवंटन और प्रवेश पत्र देकर 10 लाख रुपये ठग लिए। इसी प्रकार, एक अन्य युवक से भी उसने आठ लाख रुपये की ठगी की थी।

आधार कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी से बचने के तरीके

आधार कार्ड से संबंधित धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाने चाहिए:

  • अपने आधार नंबर को किसी के साथ साझा न करें।
  • अगर आपको आधार कार्ड की जरूरत हो, तो इसे केवल अधिकृत अधिकारियों के माध्यम से ही साझा करें।
  • आधार से जुड़े किसी भी संदिग्ध लेनदेन की तुरंत रिपोर्ट करें।
  • बैंक खातों और अन्य वित्तीय सेवाओं में आधार नंबर जोड़ते समय सतर्क रहें।
  • आधार कार्ड की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए OTP आधारित प्रमाणीकरण का उपयोग करें।

धोखाधड़ी के मामलों की बढ़ती संख्या

हाल के वर्षों में, आधार कार्ड से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। इसके कई कारण हो सकते हैं:

  • डिजिटल लेनदेन में वृद्धि और आधार का व्यापक उपयोग।
  • जनता की जागरूकता की कमी।
  • नकली दस्तावेजों का आसान निर्माण।

इस मामले में पुलिस की जांच जारी है और आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि हमें अपने व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

अधिक जानकारी के लिए, आप इस वीडियो को देख सकते हैं, जो आधार कार्ड से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों पर प्रकाश डालता है:

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