पटना के बिहटा इलाके में हाल ही में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चार सदस्यों को गिरफ्तार किया, जो अवैध बालू खनन और रंगदारी वसूलने के आरोप में थे। इस कार्रवाई में पुलिस ने खतरनाक हथियारों के साथ आरोपियों को पकड़ा, जिससे इलाके में सुरक्षा की स्थिति को लेकर नई चिंताएँ उठी हैं।
बिहटा में पुलिस की कार्रवाई: अवैध बालू खनन और रंगदारी
पटना के बिहटा क्षेत्र में रविवार को, पुलिस ने अवैध बालू खनन और रंगदारी वसूलने वाले संजय सिंह गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। उनके पास से एक AK-47 राइफल, .53 बोर की राइफल और 160 जिंदा कारतूस बरामद हुए। इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग भी हुई, जिसमें पांच पुलिसकर्मी हल्की चोटें आईं।
एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहटा के अमनाबाद इलाके में सोन नदी के किनारे कुछ लोग अवैध बालू खनन कर रहे हैं। इसके साथ ही, स्थानीय लोगों से रंगदारी भी वसूलने की सूचना थी। सूचना के आधार पर, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी।
आरोपियों का भागना और पुलिस की जवाबी कार्रवाई
जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो आरोपियों ने भागने की कोशिश की। उन्होंने नाव का सहारा लेकर नदी में भागने की योजना बनाई, लेकिन पुलिस ने संयम से काम लेते हुए जवाबी फायरिंग की और आरोपियों का पीछा किया। अंततः पुलिस ने चार बदमाशों को पकड़ लिया, जबकि अन्य आरोपी भागने में सफल रहे।
अवैध बालू खनन का प्रभाव और स्थानीय लोगों की स्थिति
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों का लंबे समय से इस इलाके में अवैध बालू खनन और रंगदारी वसूलने का कारोबार चल रहा था। वे सोन नदी से बालू निकालते थे और आसपास के गांवों से रंगदारी वसूलते थे। इस गतिविधि ने स्थानीय लोगों को काफी परेशान कर रखा था और उनकी जीवनशैली को प्रभावित किया था।
- अवैध बालू खनन के कारण पर्यावरणीय नुकसान।
- स्थानीय लोगों में भय एवं अशांति का माहौल।
- रंगदारी के कारण व्यवसायों पर नकारात्मक प्रभाव।
पुलिस की चोटें और सुरक्षा उपाय
इस कार्रवाई के दौरान, पांच पुलिसकर्मी हल्की चोटों का शिकार हुए। हालांकि, किसी को भी गोली नहीं लगी। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज किया जा रहा है और सभी खतरे से बाहर हैं। पुलिस ने कहा है कि वे ऐसे अभियानों को और सक्रिय रूप से चलाते रहेंगे।
आगामी कार्रवाई और सुरक्षा के उपाय
एसएसपी के. शर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि AK-47 जैसे खतरनाक हथियार इन अपराधियों तक कैसे पहुंचे।
- पुलिस द्वारा नियमित गश्त और निगरानी बढ़ाना।
- स्थानीय समुदाय के सहयोग से अवैध गतिविधियों की सूचना देना।
- कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करना।
पुलिस का कहना है कि इन गिरोहों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाएगा ताकि अवैध बालू खनन और रंगदारी जैसे अपराधों पर रोक लग सके। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि स्थानीय समुदाय सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण में रहे। इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि पुलिस प्रशासन अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस कार्रवाई से जुड़े अधिक विवरण और वीडियो देखने के लिए नीचे दिया गया लिंक देखें:




