पंजाब पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी सफलता हासिल की है, जब उन्होंने मुंबई से दो शूटरों को गिरफ्तार किया, जो कुख्यात लकी पटियाल-देविंदर बंबीहा गैंग से जुड़े हैं। यह गिरफ्तारी एक हत्या के मामले में की गई है, जिससे राज्य में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने की उम्मीद जगी है।
गिरफ्तारी का विवरण
पंजाब पुलिस ने रविवार को इस महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में करण गैंगर (25) और जसकरनदीप सिंह उर्फ कल्लू (23) शामिल हैं। करण का निवास होशियारपुर के रोड़ माजरा में है, जबकि जसकरनदीप गरशंकर के रामगढ़ झुंगियां का निवासी है।
हत्या की पृष्ठभूमि
2 जुलाई को पोजेवाल के कुलपुर गांव में हरदीप सिंह उर्फ दीपा कुलपुरिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह हत्या व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते की गई थी, जिसका आदेश अमेरिका में बैठे जसकरन सिंह उर्फ कन्नू ने दिया था।
- हत्या का कारण: व्यक्तिगत दुश्मनी
- स्थल: कुलपुर गांव, पोजेवाल
- आदेश देने वाला: जसकरन सिंह उर्फ कन्नू
पुलिस की जांच और ऑपरेशन
हत्या के तुरंत बाद, SBS नगर पुलिस ने एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया। इस टीम ने मानव खुफिया तंत्र और तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों का लोकेशन मुंबई में ट्रेस किया। एसएसपी मेहताब सिंह के अनुसार, सुराग मिलने के बाद पुलिस की विशेष टीमें मुंबई रवाना की गईं।
गिरफ्तारी के बाद की स्थिति
पुलिस ने स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर के एआईजी नवजोत सिंह महल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अपने विदेशी हैंडलरों से आगे और भी टारगेट पाने के लिए तैयार थे। यदि समय पर कार्रवाई नहीं होती, तो इससे राज्य में और बड़ी आपराधिक वारदातें हो सकती थीं।
- पुलिस का मुख्य उद्देश्य: आपराधिक गतिविधियों को रोकना
- स्थानीय पुलिस का सहयोग: महत्वपूर्ण भूमिका
- विशेष टीमें: तेजी से कार्रवाई में शामिल
आगे की जांच
डीजीपी गौरव यादव ने जानकारी दी कि इस मामले में बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की जांच जारी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपियों को विदेश से कैसे निर्देश मिल रहे थे और उनके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं।
पंजाब पुलिस की रणनीति
इस गिरफ्तारी से न केवल SBS नगर की हत्या का राज खुला है, बल्कि भविष्य में होने वाले कई संभावित अपराधों को भी रोका जा सका है। पंजाब पुलिस अपने प्रयासों को और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
बंबीहा गैंग का इतिहास
लकी पटियाल-देविंदर बंबीहा गैंग का नाम पिछले कई वर्षों से कई आपराधिक गतिविधियों में सामने आता रहा है। यह गिरोह न केवल हत्या, बल्कि वसूली, तस्करी और अन्य गंभीर अपराधों में भी शामिल रहा है।
- गिरोह का गठन: कुख्यात अपराधियों द्वारा
- मुख्य गतिविधियाँ: हत्या, वसूली, तस्करी
- पुलिस की कार्रवाई: लगातार दबिश और गिरफ्तारियाँ
कुल मिलाकर, पंजाब पुलिस की यह कार्रवाई एक सकारात्मक कदम है, जो राज्य की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और आपराधिक नेटवर्क को तोड़ने में सहायक होगी।
इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए, आप इस वीडियो को देख सकते हैं, जिसमें गिरोह से जुड़े मामलों पर चर्चा की गई है:


