हाल ही में ग्रेटर नोएडा में हुए एक गंभीर हत्या के मामले ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा की गहरी जड़ों को उजागर करता है। निक्की हत्याकांड ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि क्या हमारी समाजिक और कानूनी व्यवस्थाएं इस तरह के अपराधों को रोकने में सक्षम हैं या नहीं।
ग्रेटर नोएडा: निक्की हत्याकांड में पुलिस का बड़ा एक्शन, आरोपी पति के बाद सास भी अरेस्ट
ग्रेटर नोएडा में निक्की के हत्या मामले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हाल ही में, पुलिस ने मृतका की सास दया को गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी ग्रेटर नोएडा के डीसीपी ने साझा की है। इस मामले में पहले ही आरोपी पति विपिन भाटी को गिरफ्तार किया गया था।
विपिन भाटी की गिरफ्तारी के बाद, उसने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। इस दौरान उसने पुलिस की पिस्टल छीन ली, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस को उसे रोकने के लिए गोली चलानी पड़ी। इस घटना के बाद, विपिन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
निक्की हत्याकांड: सास की गिरफ्तारी और पति का हाफ एनकाउंटर
पुलिस की जांच के अनुसार, आरोपी विपिन भाटी को उस स्थान से गिरफ्तार किया गया था जहाँ से उसने थिनर खरीदा था। इसी दौरान, उसने भागने की कोशिश की, जिसके चलते पुलिस ने गोली चलाई। रिपोर्ट के अनुसार, निक्की की हत्या का आरोप विपिन पर है। 21 अगस्त को उसने निक्की की बेरहमी से पिटाई की, जिसके बाद उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
विपिन की गिरफ्तारी के बाद उसके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगे हैं। निक्की के परिवार ने इस मामले में विपिन और उसके परिवार के अन्य सदस्यों पर साजिश का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि निक्की को हाल ही में उसके पिता द्वारा खरीदी गई मर्सिडीज कार के लिए भी प्रताड़ित किया गया था।
पीड़ित परिवार का बयान: दहेज की मांग और घरेलू हिंसा
निक्की के परिवार का कहना है कि उसकी शादी 2016 में विपिन से हुई थी, जिसमें उन्हें स्कॉर्पियो कार समेत दहेज दिया गया था। इसके बावजूद, शादी के बाद से ही विपिन, उसके भाई रोहित, सास दया और ससुर सतवीर ने लगातार 35 लाख रुपये अतिरिक्त दहेज की मांग की।
- दहेज की मांग के बाद भी मारपीट का सिलसिला जारी रहा।
- परिवार ने उनकी मांग पूरी करने के लिए एक और कार भी दी, फिर भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
- पीड़ित परिवार ने पंचायत कर समझौता करने की कोशिश की, लेकिन आरोपी नहीं माने।
घरेलू हिंसा की घटनाएं: एक नज़र
घरेलू हिंसा की घटनाएं समाज में एक गंभीर समस्या बन चुकी हैं। निक्की की हत्या का मामला इस बात का प्रमाण है कि दहेज प्रथा और पारिवारिक विवादों के चलते कई महिलाएं अपनी जान गंवा रही हैं।
इस मामले में निक्की की बड़ी बहन कंचन ने भी आरोप लगाया है कि निक्की को उसके सामने ही बुरी तरह पीटा गया और उसके गले पर अटैक किया गया। जब वह बेहोश हो गई, तब उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी गई। ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा भी सहायता की जाती है।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
इस प्रकार के मामलों को रोकने के लिए समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। कई एनजीओ और सामाजिक संगठन इस दिशा में काम कर रहे हैं। लेकिन, सरकारी सख्ती और प्रभावी कानूनों की भी आवश्यकता है।
- शिक्षा: लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा का महत्व।
- कानून: दहेज प्रथा पर कड़ी सजा सुनिश्चित करना।
- सामाजिक समर्थन: पीड़ित महिलाओं के लिए सुरक्षित आश्रय केंद्रों की स्थापना।
निक्की का मामला सिर्फ एक व्यक्तिगत tragedia नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि हम सभी को इस दिशा में सोचने और कार्य करने की आवश्यकता है।
इस घटना से जुड़ी और अधिक जानकारी के लिए आप इस वीडियो को देख सकते हैं: