सहारनपुर में निवेश के नाम पर साइबर ठगी, 66 लाख रुपये चोरी

सूची
  1. सहारनपुर में साइबर ठगी का नया मामला
  2. साइबर ठगों का चालाकी भरा रास्ता
  3. पुलिस की कार्रवाई और आरोपी का नेटवर्क
  4. धोखाधड़ी का पैटर्न: कैसे बनते हैं शिकार
  5. साइबर ठगी से बचने के उपाय
  6. पुलिस की अपील और कार्रवाई

सहारनपुर में एक ठगी का मामला सामने आया है, जो न केवल स्थानीय पुलिस बल को बल्कि पूरे देश में साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता का एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना है। यह मामला एक पुलिस इंस्पेक्टर की पत्नी के साथ हुआ, जिसे निवेश के नाम पर 66 लाख रुपये की ठगी का शिकार होना पड़ा। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि आज के डिजिटल युग में कैसे ऐसे मामलों से बचा जा सकता है।

सहारनपुर में साइबर ठगी का नया मामला

सहारनपुर में ठगी का यह सनसनीखेज मामला सदर बाजार थाने में तैनात इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की पत्नी से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि दो ठगों ने, जो खुद को निवेश सलाहकार बताकर संपर्क में आए थे, उनके साथ धोखाधड़ी की। दिसंबर 2024 में, शामली के डॉ. विक्की और बागपत के अनिल ने पीड़िता से संपर्क किया और शेयर बाजार में निवेश का लालच दिया।

शुरुआत में दिनेश कुमार ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, लेकिन बाद में ठगों ने उनकी पत्नी को निशाना बनाया। महिला को मेरठ स्थित विनर विजन ग्लोबल कंपनी के दफ्तर ले जाया गया, जहां शक्ति सिंह उपाध्याय ने खुद को कंपनी का प्रबंध निदेशक बताकर दावा किया कि निवेश की रकम 22 महीनों में दोगुनी हो जाएगी।

साइबर ठगों का चालाकी भरा रास्ता

आरोपियों ने शुरुआत में केवल 46,500 रुपये लेकर एक आईडी बनाई और फर्जी सॉफ्टवेयर के माध्यम से ट्रेडिंग का दिखावा किया। इससे पहले उन्होंने विश्वास जीतने के लिए कई छोटे-छोटे निवेश दिखाए। इसके बाद, धीरे-धीरे पीड़िता से लाखों रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर, चेक और नकद के जरिए वसूले गए। पीड़िता ने कुल 66.36 लाख रुपये इस कंपनी में निवेश कर दिए।

  • पहले छोटे निवेशों से विश्वास जीता गया।
  • फर्जी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर ट्रेडिंग का झांसा दिया गया।
  • महिला से विभिन्न माध्यमों से पैसे वसूले गए।

जब पीड़िता ने कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) की वेबसाइट पर कंपनी की जांच की तो पता चला कि कंपनियों का कोई रिकॉर्ड नहीं था। यही वजह थी कि उन्होंने पुलिस में शिकायत करने का निर्णय लिया।

पुलिस की कार्रवाई और आरोपी का नेटवर्क

पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी एक संगठित सिंडिकेट चला रहे थे, जिसमें कई लोग शामिल थे, जैसे कि मैनेजर, सचिव, और कैशियर। गिरोह के सदस्यों में शक्ति सिंह, राजकुमार, सविता, अनिल, मनजीत गौड़, और डॉ. विक्की शामिल थे। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश शुरू कर दी है।

पीड़िता ने बताया कि शक्ति सिंह कई बार सहारनपुर आया और अलग-अलग होटलों में मिलकर लाखों रुपये ले गया। ठगी के दौरान एक लड़की आयशा को भी शामिल किया गया ताकि पीड़िता का विश्वास जीत सकें।

धोखाधड़ी का पैटर्न: कैसे बनते हैं शिकार

पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले लोगों को छोटे निवेश की पेशकश करते हैं और फिर नकली मुनाफे दिखाकर उनका विश्वास जीतते हैं। इस तरह, वे बड़े पैमाने पर ठगी को अंजाम देते हैं। पीड़िता ने जब पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो उन्हें पता चला कि पूरा ऑफिस बंद था और आरोपी फरार हो चुके थे।

साइबर ठगी से बचने के उपाय

इस प्रकार के मामलों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव हैं:

  • कंपनी की पृष्ठभूमि की जांच करें: किसी भी निवेश से पहले कंपनी की वैधता की जांच करें।
  • छोटे निवेश से शुरू करें: अगर आपको कोई ऑफर मिलता है, तो पहले छोटे निवेश पर विचार करें।
  • समीक्षा पढ़ें: इंटरनेट पर कंपनी की समीक्षाएं और रेटिंग्स पढ़ें।
  • धोखाधड़ी के संकेत पहचानें: अगर कोई आपको बहुत जल्दी धन कमाने का वादा करता है, तो सतर्क रहें।

पुलिस ने जनता को चेताते हुए कहा कि ऐसे लालच भरे ऑफर पर विश्वास नहीं करना चाहिए। एसपी सिटी व्योम बिंदल ने कहा कि निवेश से पहले पूरी जानकारी और कागजात की जांच करना बेहद आवश्यक है।

पुलिस की अपील और कार्रवाई

पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है और उनके बैंक खातों की जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के तार विदेश तक फैले हो सकते हैं। दुबई में रहने वाले विशाल सुजुडू का नाम भी पुलिस के सामने आया है।

इस मामले ने स्पष्ट रूप से यह दिखाया है कि लालच में आकर निवेश करने से पहले सतर्कता और समझदारी बेहद जरूरी है। यदि कोई इस तरह के ऑफर देता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

पुलिस अब डिजिटल सबूतों, बैंकिंग लेन-देन और मोबाइल डेटा की जांच कर रही है ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।

साइबर ठगी की यह घटना हमें यह सिखाती है कि सावधानी हमेशा सर्वोपरि होती है। जागरूकता से ही हम ऐसे अपराधों से बच सकते हैं और अपने धन की सुरक्षा कर सकते हैं।

इस विषय पर और अधिक जानकारी के लिए, आप इस वीडियो को देख सकते हैं:

Go up