प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में घोषणा की है कि विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए राज्य में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा. इस अवसर पर, उन्होंने 5,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया है, जिसमें प्रमुख रूप से तीन नए मेट्रो रूट्स और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास की योजनाएँ शामिल हैं. आइए जानते हैं इन परियोजनाओं के बारे में विस्तार से.
कोलकाता के लिए नई मेट्रो रूट्स का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता में तीन नए मेट्रो रूट्स का उद्घाटन किया है, जो शहर के सार्वजनिक परिवहन को एक नई दिशा देंगे. इन मेट्रो रूट्स में प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- नोआपारा-जय हिंद से विमानबंदर: यह रूट कोलकाता एयरपोर्ट को मेट्रो से जोड़ेगा.
- सियालदाह-एस्प्लेनेड: हावड़ा और सियालदाह को जोड़कर यात्रा समय को 40 मिनट से घटाकर 11 मिनट में लाएगा.
- बेलेघाटा-हेमंत मुखोपाध्याय: आईटी हब और रिहायशी इलाकों को जोड़ने का कार्य करेगा.
इन मेट्रो रूट्स के माध्यम से, कोलकाता के नागरिकों को अपने दैनिक आवागमन में आसानी होगी, जो शहर के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है.
केंद्र सरकार की विकास योजनाएँ
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले ग्यारह वर्षों में केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के विकास के लिए कई प्रकार की मदद की है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के विकास के लिए जो धनराशि भेजी जाती है, उसका अधिकांश हिस्सा टीएमसी द्वारा लूट लिया जाता है. यह स्थिति राज्य के विकास में एक बड़ी बाधा है.
केंद्र सरकार ने बंगाल में नेशनल हाईवे के निर्माण के लिए जो वित्तीय सहायता दी है, वह कांग्रेस के यूपीए शासन के दौरान दी गई राशि से तीन गुना अधिक है. यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार राज्य के विकास के प्रति कितनी गंभीर है.
ममता बनर्जी का प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं. हालाँकि, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मेट्रो रूट्स के उद्घाटन के बारे में ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान इन परियोजनाओं की योजना और अनुमोदन में अपनी भूमिका का उल्लेख किया.
“भारत के रेल मंत्री के रूप में, मुझे कोलकाता में कई मेट्रो रेल कॉरिडोर की योजना बनाने का सौभाग्य मिला। मुझे गर्व है कि मैंने इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाई।” - ममता बनर्जी
टीएमसी का केंद्र सरकार पर हमला
टीएमसी ने प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के बाद केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बंगाल की 1.93 लाख करोड़ रुपये की धनराशि को रोक रही है और बंगालियों के खिलाफ भेदभाव कर रही है. यह स्थिति राज्य के विकास के लिए चिंता का विषय है.
“क्या इसीलिए बंगाल के धनराशि को रोका जा रहा है?” - टीएमसी
क्या है ग्रीन मोबिलिटी?
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि आज के भारत में ग्रीन मोबिलिटी के प्रयासों पर ध्यान दिया जा रहा है. ग्रीन मोबिलिटी का अर्थ है ऐसे परिवहन साधनों का विकास जो पर्यावरण के अनुकूल हों. इसके अंतर्गत इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट्स और इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने जैसे कदम शामिल हैं.
इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों का लक्ष्य है:
- वातावरण को स्वच्छ रखना
- पारंपरिक ईंधन पर निर्भरता कम करना
- स्थायी विकास को बढ़ावा देना
बंगाल के विकास के लिए केंद्र सरकार की योजनाएँ
बंगाल के विकास के लिए केंद्र सरकार ने जो योजनाएँ बनाई हैं, उनमें निम्नलिखित प्रमुख बिंदु शामिल हैं:
- राज्य में बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए वित्तीय मदद
- शहरी परिवहन प्रणाली का आधुनिकीकरण
- स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार
निष्कर्ष
बंगाल में विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए केंद्र सरकार की योजनाएँ बेहद महत्वपूर्ण हैं. प्रधानमंत्री मोदी का यह कार्यक्रम न केवल कोलकाता बल्कि पूरे राज्य के लिए विकास का नया रास्ता खोलेगा. इस दिशा में यदि सही कदम उठाए गए, तो बंगाल जल्द ही विकास की नई ऊँचाइयों को छू सकता है.
इस विषय पर और जानकारी के लिए, आप इस वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन को देख सकते हैं: