हाल ही में, भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के हंसलपुर में मारुति सुजुकी की पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी, 'Maruti e Vitara', का औपचारिक उद्घाटन किया। यह न केवल भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास में एक नया अध्याय है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर मेड इन इंडिया उत्पादों की पहचान को भी मजबूत करेगा।
इस नए इलेक्ट्रिक वाहन के उत्पादन का शुभारंभ भारत के हाइड्रोजन और साफ ऊर्जा लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। आइए इस नई एसयूवी के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि यह भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को कैसे प्रभावित करेगी।
मारुति e Vitara का उत्पादन और निर्यात
प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्लांट में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन का उद्घाटन भी किया। इस पहल के तहत, Maruti e Vitara का उत्पादन आज से शुरू कर दिया गया है, जो कि जापान, यूरोप और 100 से अधिक देशों में निर्यात किया जाएगा। यह भारत के इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस नई एसयूवी के उत्पादन के साथ, मारुति सुजुकी ने वित्तीय वर्ष 2026 के लिए 67,000 इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन का लक्ष्य रखा है, जिसका एक बड़ा हिस्सा निर्यात के लिए निर्धारित किया गया है। इससे भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
मारुति का प्लांट: हंसलपुर की विशेषताएँ
हंसलपुर स्थित सुजुकी मोटर गुजरात (SMG) प्लांट लगभग 640 एकड़ में फैला है। इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता लगभग 7.5 लाख यूनिट है। इस प्लांट की शुरुआत मार्च 2014 में हुई थी और इसे हाल ही में मारुति सुजुकी ने सुजुकी मोटर कॉर्प से अधिग्रहित किया है।
यहाँ के पहले उत्पादन में मारुति सुजुकी बलेनो का निर्माण किया गया था। इस प्लांट में अब तक यूरोप, अफ्रीका और जापान में वाहनों का निर्यात किया जा चुका है।
भारत में मारुति सुजुकी की उत्पादन क्षमता
मारुति सुजुकी के वर्तमान में कुल तीन प्लांट हैं, जिनमें से दो हरियाणा (गुरुग्राम और मानेसर) में और एक गुजरात में स्थित है। हाल ही में, हरियाणा के खरखौदा में एक नए ग्रीनफील्ड प्लांट की भी स्थापना की गई है।
- गुरुग्राम प्लांट: मुख्य उत्पादन केंद्र
- मानेसर प्लांट: नई तकनीकों का परीक्षण
- गुजरात प्लांट: इलेक्ट्रिक वाहनों का केंद्र
इन सभी प्लांटों के माध्यम से मारुति सुजुकी ने भारतीय बाजार की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ निर्यात के लिए भी उत्पादन बढ़ाने की योजना बनाई है।
Maruti e Vitara: डिजाइन और विशेषताएँ
नई Maruti e Vitara का डिज़ाइन पिछले साल कॉन्सेप्ट के तौर पर प्रस्तुत किए गए Maruti eVX से प्रेरित है। इस एसयूवी की लंबाई 4,275 मिमी, चौड़ाई 1,800 मिमी और ऊंचाई 1,635 मिमी है। इसमें 2,700 मिमी का व्हीलबेस है, जो क्रेटा से अधिक लंबा है।
इसमें 18-इंच के अलॉय व्हील और 180 मिमी का ग्राउंड क्लीयरेंस दिया गया है, जो भारतीय सड़कों के लिए उपयुक्त है। इसके रियर डोर हैंडल को सी-पिलर तक ले जाया गया है, जो कि आधुनिक डिज़ाइन में एक नया ट्रेंड है।
Suzuki e Vitara की साइज
लंबाई | 4,275 मिमी |
चौड़ाई | 1,800 मिमी |
ऊंचाई | 1,635 मिमी |
व्हीलबेस | 2,700 मिमी |
ग्राउंड क्लीयरेंस | 180 मिमी |
बैटरी पैक और रेंज
Maruti e Vitara में लिथियम आयरन-फॉस्फेट (LFP) बैटरी पैक का उपयोग किया गया है। कंपनी इसे दो अलग-अलग बैटरी पैक (49kWh और 61kWh) के साथ पेश कर रही है। बड़े बैटरी पैक को डुअल-मोटर ऑल व्हील ड्राइव (AWD) सेटअप दिया गया है, जिसे ऑल ग्रिप-ई नाम दिया गया है।
कंपनी का दावा है कि यह एसयूवी सिंगल चार्ज में 500 किलोमीटर से अधिक की रेंज देगी, जो इसे बाजार में उपलब्ध अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रतिस्पर्धी बनाती है।
प्रतिस्पर्धा: मार्केट में अन्य विकल्प
Maruti e Vitara का मुकाबला अन्य प्रमुख इलेक्ट्रिक एसयूवी से है, जैसे:
- हुंडई क्रेटा इलेक्ट्रिक: दो बैटरी पैक विकल्प (42kWh और 51.4kWh)
- टाटा नेक्सन ईवी: लोकप्रियता में बढ़ती कार
- एमजी विंडसर: उच्च अंत विकल्प
इनमें से क्रेटा इलेक्ट्रिक सबसे बड़ी चुनौती होगी, जिसकी कीमत 17.99 लाख रुपये से शुरू होकर 24.38 लाख रुपये तक जाती है।
Maruti e Vitara की लॉन्चिंग ने न केवल भारतीय बाजार में एक नई दिशा दी है, बल्कि यह इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों की रुचि को भी बढ़ाएगा। इसके साथ ही, यह भारत की इलेक्ट्रिक कार निर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।