सूरत में 5 फीट की चांदी की राम मूर्ति की कीमत 10.5 लाख रुपये

सूची
  1. भगवान श्री राम की मूर्ति का निर्माण और विशेषताएँ
  2. कारीगरों की मेहनत और प्रक्रिया
  3. मूर्ति की कीमत और महत्व
  4. सम्बंधित ख़बरें
  5. हरियाली और सांस्कृतिक महत्व
  6. भविष्य की योजनाएँ और संभावनाएँ

सूरत के एक ज्वैलर्स ने भगवान श्री राम की एक भव्य मूर्ति का निर्माण किया है, जो न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि कला और शिल्प का भी एक अनूठा उदाहरण है। यह मूर्ति 144 दिन की मेहनत के बाद तैयार की गई है और इसकी कीमत 10 लाख 50 हजार रुपये है। इस लेख में हम इस अद्वितीय कृति के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जो न केवल अपने आकार और सामग्री के लिए, बल्कि इसके निर्माण की प्रक्रिया के लिए भी विशेष है।

भगवान श्री राम की मूर्ति का निर्माण और विशेषताएँ

सूरत के ज्वैलर वीरेन चौकसी ने 4 किलो 120 ग्राम चांदी से 5 फीट ऊंची भगवान श्री राम की मूर्ति बनाई है। यह मूर्ति अयोध्या में स्थित भगवान श्री राम की मूर्ति के अनुरूप तैयार की गई है, जिससे इसकी भव्यता और भी बढ़ जाती है।

इस मूर्ति में भगवान श्री राम के हाथों में धनुष और तीर हैं, जो उनकी शक्तियों को दर्शाते हैं। इसके अलावा, मूर्ति के सिंहासन पर ऊं और नाग स्वस्तिक तथा आसपास की देवी-देवताओं की आकृतियां भी चांदी में तराशी गई हैं।

इस मूर्ति को सुरक्षित रखने के लिए विशेष प्रकार की एनिमल पॉलिश कोटिंग का उपयोग किया गया है, जिससे चांदी कभी काली न पड़े। यह तकनीक मूर्ति की दीर्घकालिक सुंदरता को बनाए रखने में सहायक है।

कारीगरों की मेहनत और प्रक्रिया

मूर्ति बनाने में 7 से 8 कारीगरों ने लगातार 144 दिन मेहनत की। यह एक दीर्घकालिक और श्रमसाध्य प्रक्रिया है, जिसमें हर एक कारीगर ने अपनी विशेषज्ञता का योगदान दिया। मूर्ति के निर्माण में निम्नलिखित चरण शामिल थे:

  • डिजाइन और योजना: मूर्ति का प्रारंभिक डिज़ाइन तैयार करना।
  • धातु की कटाई: चांदी को आवश्यक आकार में काटना।
  • तराशने का कार्य: मूर्ति की आकृति को तराशना और निखारना।
  • पॉलिश करना: मूर्ति को चमकदार बनाने के लिए पॉलिशिंग करना।
  • फाइनल चेक: मूर्ति के हर हिस्से की जांच करना और सुधार करना।

वीरेन चौकसी ने अपने कारीगरों के साथ मिलकर इस मूर्ति को हूबहू तैयार किया। यह मूर्ति न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें शामिल हर विवरण कारीगरों की मेहनत और कौशल का परिचायक है।

मूर्ति की कीमत और महत्व

इस चांदी की मूर्ति की कीमत 10.50 लाख रुपये है। यह मूर्ति न केवल सूरत में बल्कि देश-विदेश में भी अपनी अनूठी विशेषताओं के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है। यह कहा जा रहा है कि यह चांदी से बनी देश की इकलौती 5 फीट की भगवान श्री राम की मूर्ति है।

वीरेन चौकसी के अनुसार, अयोध्या में विराजमान मूर्ति को देखकर उन्होंने इस मूर्ति को तैयार किया है। यह मूर्ति अपने अनूठे आकार और सामग्री के लिए विशेष है।

सम्बंधित ख़बरें

इस अद्वितीय मूर्ति के निर्माण से संबंधित अन्य खबरें और जानकारी भी उपलब्ध हैं, जो इसे और भी रोचक बनाती हैं:

  • सूरत में अन्य धार्मिक मूर्तियों के निर्माण की प्रक्रिया।
  • शिल्पकला में नवाचार और आधुनिक तकनीकों का उपयोग।
  • धार्मिक मूर्तियों के प्रति बढ़ती आस्था और रुचि।

हरियाली और सांस्कृतिक महत्व

इस मूर्ति का निर्माण केवल एक कलात्मक प्रयास नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतीक भी है। भगवान श्री राम का व्यक्तित्व भारतीय समाज में एक आदर्श के रूप में स्थापित है। उनकी मूर्तियाँ न केवल पूजा के लिए, बल्कि श्रद्धा और भक्ति का भी प्रतीक होती हैं।

साथ ही, इस तरह की मूर्तियाँ लोगों को एकत्रित करने और समुदाय में एकता स्थापित करने का कार्य भी करती हैं।

भविष्य की योजनाएँ और संभावनाएँ

वीरेन चौकसी का कहना है कि भविष्य में वे और भी अद्वितीय मूर्तियों का निर्माण करने की योजना बना रहे हैं, जो न केवल धार्मिक महत्व रखती हैं, बल्कि कला और संस्कृति के प्रतीक भी होंगी।

इसमें वे विशेष सामग्री और तकनीकों का उपयोग करने का विचार कर रहे हैं, ताकि उनकी मूर्तियाँ और भी आकर्षक और दीर्घकालिक हो सकें।

इस अद्वितीय मूर्ति के निर्माण की प्रक्रिया को देखने के लिए एक वीडियो भी उपलब्ध है, जिसमें मूर्ति के निर्माण के विभिन्न चरणों को दर्शाया गया है:

इस प्रकार, भगवान श्री राम की यह मूर्ति न केवल एक धार्मिक प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय कला और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है।

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