सिर और गर्दन का कैंसर एक गंभीर और बढ़ती हुई स्वास्थ्य समस्या है, विशेषकर भारत में, जहाँ युवा लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। यदि आप इस बीमारी के कारणों, लक्षणों और रोकथाम के तरीकों के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।
भारत में सिर और गर्दन का कैंसर क्या है?
सिर और गर्दन का कैंसर (Head and Neck Cancer) एक व्यापक श्रेणी है जिसमें मुंह, गला, नाक, जबड़ा, थाइरॉयड ग्रंथि, स्वरयंत्र और फैरिंक्स में होने वाले कैंसर शामिल हैं। यह कैंसर विश्व स्तर पर काफी प्रचलित है और भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेष रूप से युवा पीढ़ी में इसके मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
ग्लोबोकैन 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कैंसर के नए मामलों की संख्या साल 2040 तक 21 लाख तक पहुँच सकती है। यह alarming स्थिति है, जो जागरूकता और शिक्षा की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
सिर और गले का कैंसर होने का कारण
भारत में सिर और गले के कैंसर के मामलों में वृद्धि के पीछे कई कारण हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- तंबाकू का सेवन: तंबाकू, गुटखा, और पान का सेवन सबसे बड़ा जोखिम कारक है।
- अत्यधिक शराब का सेवन: यह कैंसर के विकास में योगदान करता है।
- ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) संक्रमण: यह एक यौन संचारित वायरस है जो गले के कैंसर के मामलों को बढ़ा सकता है।
- खराब ओरल हाइजीन: दांतों की बीमारियों और मुँह की सफाई में लापरवाही भी कैंसर का कारण बन सकती है।
- पर्यावरणीय कारक: प्रदूषण और केमिकल एक्सपोजर भी जोखिम को बढ़ाते हैं।
- जलाने वाले खाद्य पदार्थ: जले हुए या अत्यधिक गर्म खाने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
सिर और गले के कैंसर के लक्षण
सिर और गले के कैंसर के लक्षण प्रारंभिक चरणों में अक्सर अनदेखे रह जाते हैं, लेकिन यदि ध्यान न दिया जाए तो ये गंभीर हो सकते हैं:
- मुंह के अंदर और जीभ पर लंबे समय तक न भरने वाले घाव।
- गले में गांठ या सूजन।
- आवाज में बदलाव या गला बैठ जाना।
- खाना निगलने में दर्द।
- कान में लगातार तकलीफ।
- बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन का घटना।
- सांस लेने में कठिनाई।
युवाओं में क्यों बढ़ रहा है सिर और गले का कैंसर?
हाल के अध्ययनों में पता चला है कि सिर और गले के कैंसर के मामले कम उम्र के व्यक्तियों में तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके पीछे कई कारण हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- तंबाकू और शराब की लत: युवा वर्ग में तंबाकू और शराब का सेवन सामान्य होता जा रहा है।
- वेपिंग और ई-सिगरेट का बढ़ता चलन: यह एक नया खतरा है, जिसमें निकोटिन और अन्य हानिकारक रसायनों का सेवन किया जाता है।
- HPV से जुड़ा कैंसर: यौन संचारित वायरस से जुड़े कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं।
- खराब माउथ हाइजीन: मुंह की सफाई में लापरवाही कैंसर के खतरे को बढ़ाती है।
- पर्यावरणीय प्रदूषण: शहरी क्षेत्रों में बढ़ता वायु प्रदूषण कैंसर के मामलों में इजाफा कर रहा है।
कैसे करें बचाव?
सिर और गले के कैंसर से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- तंबाकू और शराब से दूर रहें: इनका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
- नियमित दांतों और मुंह की जांच कराएं: यह कैंसर के शुरुआती संकेतों का पता लगाने में मदद कर सकता है।
- ओरल हाइजीन का ध्यान रखें: नियमित ब्रशिंग और फ्लॉसिंग करें।
- HPV वैक्सीन लगवाएं: यह वायरस से बचाव करता है।
- हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल अपनाएं: फल और सब्जियों से भरपूर आहार लें।
बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना
सिर और गर्दन के कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना बेहद आवश्यक है। यह कैंसर का प्रारंभिक निदान और उपचार में मदद कर सकता है। इसके लिए कई कार्यक्रम और अभियान चलाए जा रहे हैं, जैसे कि:
- स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन।
- शिक्षा कार्यक्रमों का संचालन।
- सोशल मीडिया पर जागरूकता अभियान।
यदि आप इस विषय में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप इस वीडियो को देख सकते हैं, जो सिर और गर्दन के कैंसर के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य साझा करता है:
इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, यह स्पष्ट है कि सिर और गर्दन का कैंसर एक गंभीर समस्या है, लेकिन सही जानकारी और सावधानी के माध्यम से हम इसके खतरे को कम कर सकते हैं।


