मौसम अपडेट: जम्मू से गुजरात तक बारिश, राजस्थान में 91 मौतें

सूची
  1. जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की गंभीर स्थिति
  2. हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड का संकट
  3. उत्तराखंड में बाढ़ की स्थिति
  4. पंजाब में बाढ़ का प्रकोप
  5. राजस्थान में बारिश और उसके प्रभाव
  6. सवाई माधोपुर और सीकर में जल प्रलय
  7. गुजरात में बाढ़ की स्थिति
  8. मुंबई में बारिश का असर

भारतीय उपमहाद्वीप में मानसून का मौसम हर साल अपने साथ न केवल बारिश, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं की भी एक श्रृंखला लाता है। इस साल, देश के कई हिस्से बाढ़ और बारिश की भीषण स्थिति से जूझ रहे हैं। जम्मू से लेकर गुजरात तक, हर जगह बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। आइए जानते हैं इस समय की मौसमी स्थिति और उसके प्रभावों के बारे में विस्तार से।

जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की गंभीर स्थिति

जम्मू-कश्मीर राज्य में हालात अत्यंत चिंताजनक हो गए हैं। लगातार बारिश से नदियों का जल स्तर बढ़ गया है, जिससे कई स्थानों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कठुआ जिले में स्थिति सबसे खराब है, जहां कई घरों में पानी भर गया है और सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। उदाहरण के लिए, महानपुर में एक पुरानी प्राथमिक स्कूल की इमारत बह गई, हालांकि यह स्कूल वर्तमान में कार्यशील नहीं था।

बाढ़ के कारण प्रभावित लोगों की सहायता के लिए प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को तैनात किया है। स्थानीय समुदायों ने भी एकजुट होकर राहत कार्यों में भाग लिया है। सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास किए हैं।

हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड का संकट

हिमाचल प्रदेश में भी बारिश का कहर जारी है। विभिन्न शहरों में लैंडस्लाइड से भारी तबाही हुई है। पहाड़ों से गिरने वाले पत्थरों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है। बादल फटने के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौसम विभाग ने कई इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ गई है।

उदाहरण के लिए, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिले में लैंडस्लाइड से सड़कें पूरी तरह से बंद हो चुकी हैं। प्रशासन ने यात्रा की चेतावनी जारी की है और स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

उत्तराखंड में बाढ़ की स्थिति

उत्तराखंड में भी बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं। हर्षिल में भारी बारिश से तेलगाड नदी का जल स्तर बढ़ गया है। इसके परिणामस्वरूप, पूरे बाजार और गांव को खाली कराने का आदेश दिया गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नदी में लगातार बड़े बोल्डर आ रहे हैं, जिससे भागीरथी नदी का प्रवाह रुक सकता है।

इस स्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से होटलों और आवासीय भवनों को खाली करा लिया है। क्षेत्र में दहशत का माहौल है, और लोग अपनी जान बचाने के लिए उच्च स्थानों पर जाने को मजबूर हैं।

पंजाब में बाढ़ का प्रकोप

पंजाब के कुछ हिस्से भी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। पठानकोट क्षेत्र में बाढ़ ने जनजीवन को प्रभावित किया है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों की जिंदगी दांव पर है। हाल ही में सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस मॉनसून में राजस्थान में 91 लोगों की जान गई है, जबकि 51 लोग घायल हुए हैं।

राजस्थान में बारिश और उसके प्रभाव

राजस्थान में बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। पिछले 24 घंटों में 14 लोगों की जान गई है। उदयपुर के एक गांव में चार बच्चे डूबने से मर गए, वहीं झालावाड़ में कालीसिंध नदी के किनारे घूमने आए दो लोग कार समेत बह गए।

राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 24 लोगों की जान गई है और 16 लोग घायल हुए हैं। इसके अतिरिक्त, दीवार गिरने से लगभग 23 लोग मारे गए हैं। राजस्थान में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी है, जिससे और अधिक नुकसान की आशंका है।

सवाई माधोपुर और सीकर में जल प्रलय

सवाई माधोपुर में बारिश ने जल प्रलय जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है। यहां सड़कें, घर, अस्पताल, स्कूल सब जलमग्न हो गए हैं। इसी प्रकार, सीकर में भी मूसलधार बारिश के कारण कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे आम जन को परेशानियों का सामना करना पड़ा है।

  • सीकर के बस डिपो स्थित पुलिस चौकी में पानी भर गया है, जिससे कई जरूरी दस्तावेज भीग गए हैं।
  • लोगों को घर से बाहर निकलने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
  • आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय किया गया है।

गुजरात में बाढ़ की स्थिति

गुजरात के नवसारी में भारी बारिश के कारण मिंढोला नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ा है। इससे तीन लोग बाढ़ में फंस गए थे। स्थानीय पुलिस और ग्रामीणों ने ड्रोन की मदद से उनका पता लगाया और सुरक्षित निकाला। यह घटना दिखाती है कि सामुदायिक सहयोग और प्रशासन की तत्परता कितनी महत्वपूर्ण है।

मुंबई में बारिश का असर

मुंबई में भी भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है, जिससे जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोअर परेल और गांधी मार्केट जैसे कई इलाकों में पानी भर गया है। इस स्थिति के कारण हवाई यातायात भी प्रभावित हो रहा है, जिससे उड़ान संचालन में देरी हो रही है।

इंडिगो एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें यात्रा कार्यक्रम में बदलाव की जानकारी दी गई है।

इस बार का मानसून न केवल बारिश लाया है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं की एक श्रृंखला भी उत्पन्न की है। यह स्थिति न केवल जान-माल के लिए खतरा है, बल्कि लोगों के लिए मानसिक तनाव का भी कारण बन रही है।

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