5 बजकर 44 मिनट पर कंचन के मोबाइल में निक्की का वीडियो

सूची
  1. घटना का समय और वीडियो साक्ष्य
  2. विपिन का आपराधिक इतिहास
  3. अस्पताल में हुई घटनाएँ
  4. पुलिस की जांच का विस्तार
  5. विपिन और निक्की के बीच विवाद
  6. सम्बंधित वीडियो अपडेट
  7. निष्कर्ष

ग्रेटर नोएडा में निक्की हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यह मामला न केवल हत्या के इर्द-गिर्द घूमता है, बल्कि इसमें कई जटिलताएँ और अनसुलझे प्रश्न भी शामिल हैं। हाल के घटनाक्रमों ने इस मामले की गहराई को और बढ़ा दिया है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह सिर्फ एक हत्या है या इसके पीछे एक बड़ा साजिश है।

घटना का समय और वीडियो साक्ष्य

जांच के दौरान निक्की की बहन कंचन के मोबाइल में रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो महत्वपूर्ण सबूत के रूप में सामने आया है। इस वीडियो के मुताबिक, निक्की को आग लगाने की घटना 21 अगस्त को हुई थी, जबकि यह वीडियो 11 फरवरी को रिकॉर्ड किया गया था। पुलिस के अनुसार, यह वीडियो 5 बजकर 45 मिनट पर शूट किया गया था, जिससे यह अनुमान लगाया गया है कि निक्की को आग 5 बजकर 44 मिनट पर लगी होगी। यह समय इतनी सटीकता से जानना पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।

पुलिस अब इस टाइमिंग के आधार पर आसपास के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल की कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR) और लोकेशन डेटा की जांच कर रही है। इससे यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि घटना के समय घर में कौन-कौन था और उनकी गतिविधियाँ क्या थीं। यह जानकारी पूरे मामले की कहानी को स्पष्ट करने में सहायक हो सकती है।

विपिन का आपराधिक इतिहास

इस मामले में आरोपी बनाए गए विपिन का आपराधिक इतिहास भी सामने आ रहा है। अक्टूबर 2024 में एक लड़की ने विपिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसमें मारपीट और शोषण के आरोप लगाए गए थे। यह बताया गया है कि उस लड़की और विपिन के बीच एक अफेयर था, और निक्की और कंचन ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया था। इस विवाद के बाद विपिन ने उस लड़की की पिटाई कर दी थी, जिससे मामला पुलिस तक पहुंचा।

  • विपिन का पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड
  • मारपीट और शोषण के आरोप
  • निक्की और कंचन द्वारा रंगे हाथ पकड़ना

इस पृष्ठभूमि के चलते, पुलिस के लिए विपिन के खिलाफ की गई शिकायतें एक महत्वपूर्ण सबूत बन सकती हैं, जो इस मामले की गहराई को उजागर कर सकती हैं।

अस्पताल में हुई घटनाएँ

21 अगस्त को निक्की को गंभीर हालत में फोर्टिज अस्पताल लाया गया था। प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्ट में जलने की वजह गैस सिलेंडर का फटना बताया गया था। लेकिन जब पुलिस ने घटनास्थल की जांच की, तो गैस सिलेंडर फटने के कोई साक्ष्य नहीं मिले। इसके बजाय, मौके से थिनर की बोतल और लाइटर बरामद हुए।

पुलिस अब यह जानने का प्रयास कर रही है कि अस्पताल की रिपोर्ट में सिलेंडर फटने का उल्लेख क्यों किया गया था। इसके लिए डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के बयान दर्ज किए जाएंगे।

पुलिस की जांच का विस्तार

पुलिस अब मामले के हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है। वीडियो की टाइमिंग के आधार पर सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स की जांच की जाएगी। इसके साथ ही, अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ से पूछताछ की जाएगी ताकि यह स्पष्ट हो सके कि सिलेंडर फटने का जिक्र रिपोर्ट में क्यों किया गया।

अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज भी एक महत्वपूर्ण सबूत साबित हो सकता है, जो यह दिखा सकता है कि निक्की को अस्पताल कौन लेकर गया था। इस जानकारी से केस के कई राज़ खुल सकते हैं।

विपिन और निक्की के बीच विवाद

जांच अधिकारियों का मानना है कि विपिन और निक्की के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा था। विपिन के खिलाफ पहले दर्ज एफआईआर यह बताती है कि उसका व्यवहार हिंसक रहा है। निक्की ने कई बार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी, जबकि उनका घर का माहौल तनावपूर्ण हो गया था।

  • विपिन का हिंसक व्यवहार
  • निक्की की सुरक्षा को लेकर चिंता
  • घर का तनावपूर्ण माहौल

इस विवाद के कारण निक्की ने अपने भविष्य को लेकर कई बार चिंता जताई थी, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो जाता है।

सम्बंधित वीडियो अपडेट

इस मामले में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, एक वीडियो उपलब्ध है जो हालिया घटनाक्रम पर आधारित है। इस वीडियो में कई महत्वपूर्ण तथ्य और गवाहों के बयान शामिल हैं।

इस वीडियो के माध्यम से आपको इस केस की और भी गहराई में जाने का अवसर मिलेगा।

निष्कर्ष

इस मामले की गहराई और जटिलता को देखते हुए यह स्पष्ट है कि निक्की हत्याकांड केवल एक हत्या का मामला नहीं है, बल्कि यह एक जटिल रिश्ते और आपसी विवादों का परिणाम है। पुलिस की जांच और समय के साथ, इस मामले के कई राज़ खुल सकते हैं।

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