शेयर बाजार में गिरावट: ट्रंप टैरिफ का भारत पर प्रभाव

सूची
  1. भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट
  2. सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति
  3. बड़ी कंपनियों के शेयरों पर असर
  4. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की स्थिति
  5. ट्रंप के टैरिफ के प्रभाव का विश्लेषण
  6. बाजार में सकारात्मक रुख वाले स्टॉक्स
  7. क्या यह गिरावट स्थायी है?
  8. निवेशकों को क्या करना चाहिए?

शेयर बाजार में उठापटक और उतार-चढ़ाव आम बात है, लेकिन जब बाजार में भारी गिरावट आती है, तो यह निवेशकों और अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डालती है। हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए नए टैरिफ के कारण भारतीय शेयर बाजार में जो गिरावट आई, उसने सभी को चौंका दिया। आइए इस विषय का गहराई से विश्लेषण करते हैं।

भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट

मंगलवार को शेयर बाजार की शुरुआत के साथ ही गिरावट की लहर ने दस्तक दी और दिन के अंत तक यह गिरावट बढ़ती रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 849 अंक गिरकर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 255 अंक की गिरावट दर्ज की। यह गिरावट तब आई जब ट्रंप ने भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की।

सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति

बीएसई का सेंसेक्स 81,377.39 पर खुला और दिनभर गिरता रहा, अंततः 80,786.54 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी शुरुआत 24,899.50 से की, लेकिन दिन के अंत तक 24,713.05 पर पहुंच गया। यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंताजनक रही।

बड़ी कंपनियों के शेयरों पर असर

इस गिरावट में बड़े कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सामना करना पड़ा, जिनमें शामिल हैं:

  • Sun Pharma: 3.40% गिरावट
  • Tata Steel: 2.88% गिरावट
  • Bajaj Finance: 2.67% गिरावट
  • Reliance: 2% गिरावट
  • Axis Bank: 1.86% गिरावट

इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट से स्पष्ट है कि ऐसा माहौल निवेशकों के लिए बेहद चिंताजनक है।

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की स्थिति

मिडकैप शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली। उदाहरण के लिए:

  • PEL: 4.81% गिरावट
  • Gillette: 3.49% गिरावट
  • Solar Inds: 3.44% गिरावट

स्मॉलकैप में, Infobeam के शेयर 8.38% गिर गए, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय है।

ट्रंप के टैरिफ के प्रभाव का विश्लेषण

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है, जो 1 अगस्त से लागू होगा। यह टैरिफ भारत की ऊर्जा और हथियार आयात पर प्रभाव डालेगा। इसका असर विभिन्न सेक्टरों में देखने को मिल रहा है, जैसे:

  • एनर्जी सेक्टर
  • फाइनेंस स्टॉक
  • बैंकिंग
  • स्टील शेयर

भारत अब ब्राजील के साथ सबसे अधिक टैरिफ झेलने वाले देशों में शामिल हो जाएगा, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।

बाजार में सकारात्मक रुख वाले स्टॉक्स

हालांकि बाजार में गिरावट थी, कुछ स्टॉक्स ने अच्छा प्रदर्शन किया। इनमें शामिल हैं:

  • Eicher Motor: 2.65% वृद्धि
  • HUL: 2.38% वृद्धि
  • मारुति: 1.85% वृद्धि

इसके अलावा, मिडकैप में Waree एनर्जी के शेयर 3.45% और छोटे शेयरों में Craftsman के शेयर 5.5% बढ़े। यह दर्शाता है कि कुछ क्षेत्र अभी भी मजबूत बने हुए हैं।

क्या यह गिरावट स्थायी है?

अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट का दीर्घकालिक प्रभाव होगा या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण दुनिया भर के बाजारों में क्या परिवर्तन होते हैं। बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत सही रणनीतियाँ अपनाए, तो यह गिरावट स्थायी नहीं होगी।

इस विषय में अधिक जानकारी के लिए, आप इस वीडियो को देख सकते हैं, जिसमें इस गिरावट के पीछे के कारणों पर चर्चा की गई है:

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

इस तरह की बाजार गिरावट के समय निवेशकों को धैर्य बनाए रखना चाहिए और उचित रणनीतियाँ अपनानी चाहिए। कुछ सुझाव हैं:

  • व्यवस्थित रूप से अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करें।
  • लंबी अवधि के लिए निवेश पर ध्यान दें।
  • बाजार की मौजूदा स्थिति का बारीकी से पालन करें।

इन उपायों से निवेशक अपने नुकसान को कम कर सकते हैं और भविष्य में संभावित लाभ की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

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