मेक इन इंडिया में मेक फॉर द वर्ल्ड की शुरुआत PM मोदी ने कही

सूची
  1. मारुति सुजुकी की EV यूनिट का उद्घाटन
  2. भारत की इलेक्ट्रिक वाहन रणनीति
  3. वैश्विक बाजार में भारत की स्थिति
  4. मारुति सुजुकी का योगदान
  5. भविष्य की योजनाएं
  6. भारत-जापान संबंधों का महत्व
  7. निष्कर्ष

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) उद्योग में एक नया अध्याय खुल गया है, जिसके केंद्र में मारुति सुजुकी की नई EV यूनिट का उद्घाटन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर बताया कि यह कदम भारत की मेक इन इंडिया पहल को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत 'मेक फॉर द वर्ल्ड' की ओर बढ़ रहा है, जो इस देश की वैश्विक पहचान को मजबूत करेगा। इस लेख में हम इस उद्घाटन के महत्व, भारत की इलेक्ट्रिक वाहन योजनाओं और वैश्विक बाजार में उनकी स्थिति पर चर्चा करेंगे।

मारुति सुजुकी की EV यूनिट का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात में मारुति सुजुकी की नई EV यूनिट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने इसे भारत के औद्योगिक विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यह यूनिट भारत की मेक इन इंडिया यात्रा में एक नया अध्याय है।

पीएम मोदी ने इस मौके पर जोर दिया कि भारत अब केवल स्थानीय बाजार के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी उत्पादों का निर्माण कर रहा है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यह उद्घाटन भारत और जापान के बीच की मित्रता को और मजबूत करेगा, विशेष रूप से गणेश उत्सव की पवित्रता के साथ।

भारत की इलेक्ट्रिक वाहन रणनीति

भारत सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं और नीतियां लागू की हैं। इन नीतियों का मुख्य उद्देश्य न केवल प्रदूषण को कम करना है, बल्कि ऊर्जा सुरक्षा को भी बढ़ाना है।

  • फेम इंडिया योजना: इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के लिए सब्सिडी प्रदान करना।
  • नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग: इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग के लिए नवीकरणीय स्रोतों का इस्तेमाल।
  • स्थानीय निर्माण को बढ़ावा: स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए निवेश करना।
  • सेमी कंडक्टर क्षेत्र में विकास: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आवश्यक सेमी कंडक्टर का उत्पादन।

वैश्विक बाजार में भारत की स्थिति

पीएम मोदी ने कहा कि मारुति सुजुकी अब केवल भारत में नहीं, बल्कि जापान जैसे देशों में भी अपने वाहनों का निर्यात कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मारुति सुजुकी लगातार चार वर्षों से भारत की सबसे बड़ी एक्सपोर्टर रही है।

भारत के लिए यह समय महत्वपूर्ण है, क्योंकि कई देशों में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इससे भारत को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान मिल रही है।

मारुति सुजुकी का योगदान

पीएम मोदी ने मारुति सुजुकी को मेक इन इंडिया का ब्रांड एम्बेसडर बताते हुए कहा कि इसने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की पहचान को मजबूत किया है।

  • उद्योग में नवाचार: नई तकनीकों का विकास और कार्यान्वयन।
  • रोजगार सृजन: स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा करना।
  • वैश्विक सहयोग: अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों के माध्यम से बाजार में विस्तार।

भविष्य की योजनाएं

पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब यहीं रुकने वाला नहीं है। उन्होंने आगामी योजनाओं की चर्चा की, जिसमें सेमी कंडक्टर क्षेत्र में और अधिक निवेश करना शामिल है।

उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न स्थानों पर महत्वपूर्ण खनिजों की खोज के लिए अभियान चलाए जाएंगे। यह कदम ऑटो उद्योग के लिए दीर्घकालिक समाधान प्रदान करेगा।

भारत-जापान संबंधों का महत्व

पीएम मोदी ने भारत-जापान संबंधों को और मजबूत करने की बात की, यह बताते हुए कि गुजरात-जापान के रिश्तों की शुरुआत 20 साल पहले हुई थी।

उन्होंने कहा कि "मारुति से शुरू हुई यह यात्रा अब बुलेट ट्रेन तक पहुंच चुकी है," जो दोनों देशों के बीच पारस्परिक विकास का प्रतीक है।

इस उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी ने एक महत्वपूर्ण वीडियो संदेश भी साझा किया, जिसमें उन्होंने भारत की इलेक्ट्रिक वाहनों की यात्रा को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया। इस वीडियो में उन्होंने कहा:

निष्कर्ष

मारुति सुजुकी की नई EV यूनिट का उद्घाटन न केवल भारत की औद्योगिक प्रगति को दर्शाता है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भारत के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए एक नई दिशा भी निर्धारित करता है। इस पहल से भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि होगी और यह देश को एक ऊर्जा-सुरक्षित और स्वच्छ भविष्य की ओर ले जाएगा।

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