बिजली के खंभे से बंधे युवक की पिटाई का वीडियो यूपी का नहीं है

सूची
  1. फैक्ट चेक: वायरल वीडियो की सच्चाई
  2. वीडियो की पुष्टि कैसे हुई?
  3. क्या हुआ घटना के बाद?
  4. समाज में इस तरह की घटनाओं का प्रभाव
  5. सम्बंधित ख़बरें और वीडियो

हाल के दिनों में, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक को बिजली के खंभे से बंधा हुआ दिखाया गया है। वह हाथ जोड़कर रहम की गुहार लगा रहा है, लेकिन उसके चारों ओर लोग उसे डंडे से बेरहमी से पीट रहे हैं। यह दृश्य बेहद भयावह है और समाज में सुरक्षा के सवाल को गंभीरता से उठाता है। इस घटना के पीछे की सच्चाई जानने के लिए हमें गहराई में उतरना होगा।

फैक्ट चेक: वायरल वीडियो की सच्चाई

इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसे उत्तर प्रदेश का बताया है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांग रहे हैं। लेकिन, आजतक फैक्ट चेक ने पुष्टि की है कि यह घटना बिहार के किशनगंज का है। यहां, युवक के खिलाफ चोरी के आरोप में यह भयानक घटना घटित हुई थी।

वीडियो में नजर आ रहा युवक, हाथ जोड़कर रहम की गुहार लगाता दिखाई दे रहा है, लेकिन उसके चारों ओर खड़े लोग उस पर बेरहमी से प्रहार कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, "यह शर्म की बात है, योगी जी को इस पर शर्म नहीं आती कि भाजपा सरकार में गुंडाराज इतना बढ़ चुका है।"

वीडियो की पुष्टि कैसे हुई?

वीडियो की सच्चाई का पता लगाने के लिए, कीफ्रेम्स का रिवर्स सर्च किया गया। इसके माध्यम से हमें 23 अगस्त, 2025 को प्रकाशित कई खबरें मिलीं, जिनमें इस घटना की जानकारी थी। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना किशनगंज के बहादुरगंज इलाके में हुई थी।

  • पीड़ित का नाम: आलम राजा
  • उम्र: 18 वर्ष
  • स्थान: किशनगंज, बिहार
  • आरोप: चोरी
  • घटना की तारीख: 16 अगस्त

पीड़ित के पिता, नूर आलम, ने बताया कि 16 अगस्त को कुछ लोगों ने उनके बेटे पर चोरी का आरोप लगाया और उसे बहादुरगंज के झांसी रानी चौक से उठाकर एनएच 327ई की ओर ले गए। वहां, उसके हाथ-पैर बांधकर उसे बिजली के खंभे से बांध दिया गया और फिर डंडे से उसकी पिटाई की गई।

क्या हुआ घटना के बाद?

इस दर्दनाक अनुभव के बाद, युवक को चुप रहने और जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। उसे बहादुरगंज के एक सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। प्रभात खबर की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में चार नामजद और 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

यह घटना न केवल किशनगंज में, बल्कि पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है। इस मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका और समाज में अपराधियों के प्रति बढ़ते नकारात्मक रवैये को समझना आवश्यक है।

समाज में इस तरह की घटनाओं का प्रभाव

ऐसी घटनाएं समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं। यह केवल एक व्यक्ति की कहानी नहीं है, बल्कि यह कई लोगों की आवाज़ है जो सुरक्षा और न्याय की तलाश में हैं। इस स्थिति की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • सामाजिक असमानता: लोग अपनी स्थिति के अनुसार न्याय नहीं पा रहे हैं।
  • पुलिस की भूमिका: क्या पुलिस सही समय पर कार्रवाई कर रही है?
  • सरकार की जिम्मेदारी: क्या सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए हैं?

सम्बंधित ख़बरें और वीडियो

इस घटना से संबंधित कई वीडियो और रिपोर्ट्स भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ प्रमुख वीडियो नीचे दिए गए हैं:

इस वीडियो में घटना की पूरी जानकारी और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया को भी दर्शाया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह घटना कितनी गंभीर है और लोगों में इस विषय पर क्या राय है।

अंततः, यह स्पष्ट है कि बिहार में हुई इस युवक की बेरहमी से पिटाई के वीडियो को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों में सच्चाई नहीं है। यह समाज को एक महत्वपूर्ण सबक देती है कि हमें हर मामले को गहराई से समझने की आवश्यकता है, न कि केवल सतही जानकारी पर प्रतिक्रिया देने की।

रिपोर्ट - आशीष कुमार

Go up