बच्चा 7 साल तक सिर्फ आलू खाता रहा, जानें वजह

सूची
  1. बच्चे की आलू पर निर्भरता की कहानी
  2. आलू के प्रति प्यार या विकार?
  3. ज्यादा आलू खाने से कौन सी बीमारी होती है?
  4. बच्चे की आदतों को बदलने की कोशिश
  5. आलू खाने की लत से छुटकारा पाने का उपाय
  6. रोज-रोज आलू खाने का असर
  7. अगर बच्चे कुछ ना खाए तो क्या करें?
  8. उबले आलू खाने के फायदे

क्या आपने कभी सोचा है कि बच्चे कितने अजीब हैं? कभी-कभी, उनका खाना खाने का तरीका हमें चौंका देता है। हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें एक बच्चा केवल आलू खाकर जिंदा रहा। यह न केवल उसके जीवन के लिए चुनौती थी, बल्कि उसके माता-पिता के लिए भी एक बड़ी चिंता का विषय बन गई थी। आइए जानें इस अनोखे मामले के बारे में और समझें कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।

बच्चे की आलू पर निर्भरता की कहानी

यूके में 8 साल का एक लड़का, लेनी सार्टिन, केवल आलू खाकर जीवन यापन कर रहा था। उसके माता-पिता ने बताया कि उसने बहुत छोटी उम्र से ही आलू के अलावा कुछ नहीं खाया। जब भी उसे अन्य फल या सब्जियाँ खाने को दी जातीं, तो वह उल्टी कर देता। यह स्थिति उसके माता-पिता के लिए चिंता का कारण बन गई थी।

आलू के प्रति प्यार या विकार?

लेनी की माँ, केली, ने बताया कि उसके बेटे ने 18 महीने की उम्र से ही केवल आलू खाना शुरू कर दिया था। उसकी नखरेबाजी के कारण, वह आलू के अलावा कुछ और नहीं खा सका। धीरे-धीरे, आलू उसके लिए इतना महत्वपूर्ण हो गया कि वह किसी और खाने की कोशिश करने पर उल्टी करने लगा।

ज्यादा आलू खाने से कौन सी बीमारी होती है?

आलू खाना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में खाने से कई स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। जैसे:

  • विटामिन और खनिजों की कमी
  • पाचन संबंधी समस्याएँ
  • ऊर्जा की कमी
  • मेटाबोलिज़्म में असंतुलन

बच्चे के आलू पर निर्भर रहने से उसके विकास पर भी असर पड़ सकता है।

बच्चे की आदतों को बदलने की कोशिश

लेनी के माता-पिता ने महसूस किया कि उनके बेटे की खाने की आदतें बहुत ही खतरनाक हैं। उन्होंने एक सम्मोहन चिकित्सक, डेविड किल्मरी, से मदद मांगी। डेविड ने बताया कि लेनी को खाने का डर था, जो उसकी स्थिति को और गंभीर बना रहा था।

आलू खाने की लत से छुटकारा पाने का उपाय

डॉक्टर ने लेनी के लिए एक विशेष कार्यक्रम तैयार किया। पहले सत्र के बाद, लेनी ने अन्य खाद्य पदार्थों का स्वाद लेना शुरू किया। वह अब स्ट्रॉबेरी, केले और कई अन्य फल और सब्जियाँ खाने में सक्षम हो गया।

रोज-रोज आलू खाने का असर

लेनी द्वारा आलू के सेवन की मात्रा इतनी अधिक थी कि उसके शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगी थी। उसके माता-पिता को यह समझ में आया कि आलू सिर्फ कार्बोहाइड्रेट का स्रोत है और इसके अलावा, उसे अन्य खाद्य समूहों की आवश्यकता है।

अगर बच्चे कुछ ना खाए तो क्या करें?

बच्चों को खाना खाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए माता-पिता को कई तरीकों का उपयोग करना चाहिए। कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:

  • खाने को रोचक तरीके से प्रस्तुत करें
  • बच्चे को खाना बनाने में शामिल करें
  • स्पष्ट उदाहरण पेश करें
  • स्वस्थ विकल्पों के बारे में जानकारी दें

उबले आलू खाने के फायदे

हालांकि आलू का अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, लेकिन उबले आलू के कुछ फायदे भी हैं:

  • ऊर्जा का अच्छा स्रोत
  • पाचन में सहायक
  • विटामिन सी का अच्छा स्रोत
  • कम कैलोरी वाले स्नैक्स के रूप में उपयुक्त

इस मामले ने यह स्पष्ट किया है कि बच्चों के खान-पान के प्रति जागरूक रहना बहुत जरूरी है। इसके लिए माता-पिता को समय-समय पर अपने बच्चों के आहार की समीक्षा करनी चाहिए और उन्हें विविधता प्रदान करनी चाहिए।

यदि आप इस विषय पर और जानकारी चाहते हैं, तो यहाँ एक वीडियो है जो बच्चों को स्वस्थ आहार खाने के लिए प्रेरित कर सकता है:

इस अनोखी कहानी से यह सीखने को मिलता है कि बच्चों की खाने की आदतें किसी विशेष विकार का संकेत हो सकती हैं और समय पर उचित चिकित्सा सलाह लेना आवश्यक है।

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