दहेज प्रथा, एक ऐसा विषय है जो भारतीय समाज में आज भी विकराल रूप धारण किए हुए है। इस प्रथा के कारण न केवल महिलाओं के जीवन को खतरा होता है, बल्कि परिवारों के बीच तनाव और विवाद भी उत्पन्न होते हैं। हाल ही में ग्रेटर नोएडा में एक ऐसी घटना सामने आई है, जो इस प्रथा की गंभीरता को उजागर करती है।
दहेज की मांग और निक्की की हत्या का दुखद मामला
ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में विवाहिता निक्की की हत्या, दहेज की मांग पूरी न होने की वजह से की गई। यह मामला तब तूल पकड़ा जब आरोप लगा कि उसके पति विपिन और अन्य परिजनों ने उसे पीटने के बाद ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को हिलाकर रख दिया, बल्कि पूरे देश में दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत को भी उजागर किया।
घटना के समय, निक्की का बेटा एक वीडियो में यह कहते हुए दिखाई देता है कि "पापा ने मम्मी को जलाया।" यह बयान न केवल दुखद है, बल्कि इस मामले की गंभीरता को भी और बढ़ा देता है। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य तीन आरोपियों की तलाश जारी है।
दहेज प्रथा का सामाजिक संदर्भ
दहेज प्रथा, जिसे भारत में एक सामाजिक कुरीति माना जाता है, परिवारों के बीच तनाव और विवाद का मुख्य कारण बनती है। निक्की के केस में भी ऐसा ही हुआ। उसकी शादी दिसंबर 2016 में विपिन से हुई थी, जिसमें परिवार ने स्कॉर्पियो कार और अन्य सामान दहेज में दिए थे। फिर भी, दहेज की मांग खत्म नहीं हुई।
- दहेज की मांग को लेकर पति और ससुराल वाले लगातार 35 लाख रुपये की मांग कर रहे थे।
- निक्की के परिवार ने उनकी मांग पूरी करने के लिए एक और कार भी दी, लेकिन प्रताड़ना का सिलसिला नहीं थमा।
- इस मुद्दे पर कई बार पंचायत कर समझौता करने की कोशिश की गई, लेकिन आरोपी नहीं माने।
निक्की के परिवार का दर्द और समस्याएं
निक्की की बहन, कंचन, जो उसी परिवार में शादीशुदा है, ने बताया कि दोनों बहनों को अक्सर प्रताड़ित किया जाता था। कंचन ने आरोप लगाया कि पिछले गुरुवार को, उसके सामने ही निक्की पर बुरी तरह से हमला किया गया। जब निक्की बेहोश हो गई, तब उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी गई।
यह घटना उस समय और भी भयानक हो गई जब निक्की को गंभीर रूप से जलने की स्थिति में अस्पताल ले जाया गया। स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम का अनावरण
इस मामले की गंभीरता को और बढ़ाने वाला एक कारक तब सामने आया जब मृतका के बेटे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में देखा गया कि मासूम बच्चा साफ-साफ कहता है कि "पापा ने मम्मी को लाइटर से जलाकर मारा।" यह बयान न केवल भावनात्मक रूप से कष्टदायक था, बल्कि इस मामले को एक नया मोड़ भी दिया।
पुलिस ने निक्की की बहन की शिकायत के आधार पर पति विपिन, जेठ रोहित, सास दया और ससुर सतवीर के खिलाफ मामला दर्ज किया। एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि घटना की पूरी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
पुलिस की कार्रवाई और न्याय की प्रक्रिया
पुलिस ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए विपिन को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। अन्य तीन आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। एडीसीपी का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। इस मामले में न्याय पाने के लिए निक्की के परिवार ने कासना थाने में कार्रवाई की मांग की है।
निक्की का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया, और परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। यह दुखद घटना न केवल निक्की के परिवार के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है, कि दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों का अंत होना चाहिए।
इस तरह के मामलों में समाज को सामूहिक रूप से जागरूक होने की आवश्यकता है। दहेज प्रथा के खिलाफ सख्त कानून बनाने और उनके प्रभावी कार्यान्वयन की दिशा में कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है।