दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर ईडी का छापा

सूची
  1. सौरभ भारद्वाज के घर पर छापेमारी का कारण
  2. स्वास्थ्य ढांचे में कथित भ्रष्टाचार
  3. ED की जांच और उसके परिणाम
  4. राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
  5. Vijender Gupta की शिकायत
  6. सम्बंधित ख़बरें

दिल्ली की राजनीति में आजकल की हलचलें केवल चुनावी मुद्दों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि इनका संबंध गंभीर आरोपों और जांचों से भी है। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज के घर पर हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की गई छापेमारी ने एक बार फिर से दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे के घोटाले को उजागर किया है। यह मामला न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भ्रष्टाचार और सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दों को लेकर भी गंभीर प्रश्न उठाता है।

सौरभ भारद्वाज के घर पर छापेमारी का कारण

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के 13 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई उस समय हुई जब उन पर स्वास्थ्य ढांचे से जुड़े मामलों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। जुलाई में ED ने सौरभ भारद्वाज और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था।

पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस छापेमारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार आम आदमी पार्टी के पीछे पड़ गई है,” और यह भी आरोप लगाया कि ये छापेमारी केवल राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम हैं।

स्वास्थ्य ढांचे में कथित भ्रष्टाचार

AAP सरकार के तहत, सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन की भूमिका 5,590 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में जांच के दायरे में है। इस मामले में ED का आरोप है कि 2018-19 में AAP सरकार ने 24 अस्पताल परियोजनाओं को मंजूरी दी थी, लेकिन उनमें से अधिकांश अब तक पूरी नहीं हुई हैं।

  • कुल स्वीकृत परियोजनाएँ: 24
  • कुल खर्च: 800 करोड़ रुपये से अधिक
  • पूर्णता का स्तर: केवल 50%

इस स्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि निर्धारित समय सीमा में किसी भी परियोजना को पूरा नहीं किया गया, जिससे ठेकेदारों और सरकारी अधिकारियों के बीच संभावित मिलीभगत के संकेत मिलते हैं।

ED की जांच और उसके परिणाम

ED ने यह भी पाया कि लोक नायक अस्पताल की निर्माण लागत में भारी बढ़ोतरी हुई है, जो 488 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। एजेंसी का कहना है कि कई अस्पतालों में बिना सही मंजूरी के निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था।

एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अस्पतालों, पॉलीक्लिनिक और आईसीयू इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में कई अनियमितताएँ पाई गई हैं। इसके तहत कुछ प्रमुख बिंदुओं में शामिल हैं:

  • महत्वपूर्ण लागत में वृद्धि
  • निर्माण में अनावश्यक देरी
  • फंड की हेराफेरी

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

सौरभ भारद्वाज के घर पर छापेमारी पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ तेजी से आई हैं। पूर्व सीएम आतिशी ने कहा कि यह कार्रवाई मोदी सरकार की गलत नीतियों से ध्यान हटाने के लिए है। उन्होंने यह भी बताया कि जिस समय का केस बताया जा रहा है, उस समय सौरभ भारद्वाज मंत्री नहीं थे, इसलिए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।

Vijender Gupta की शिकायत

दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने 22 अगस्त 2024 को इस मामले की शिकायत की थी, जिसमें कई स्वास्थ्य परियोजनाओं में गंभीर अनियमितताओं का जिक्र किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन ने परियोजनाओं के बजट में हेरफेर किया और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया।

सम्बंधित ख़बरें

इस मामले में आगे की जानकारी और राजनीतिक हलचलें लगातार आ रही हैं। सौरभ भारद्वाज के खिलाफ जांच में क्या नया सामने आता है, यह देखना दिलचस्प होगा।

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इस पूरे मामले में, ED की छापेमारी न केवल सौरभ भारद्वाज के लिए, बल्कि आम आदमी पार्टी के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गई है। क्या यह कार्रवाई वास्तव में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त कदम है, या यह केवल राजनीतिक प्रतिशोध का एक हिस्सा है? यह सवाल अभी भी अनुत्तरित है।

यदि आप इस मामले के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो यहाँ एक वीडियो है जो इस विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है:

आगामी दिनों में इस मामले में और क्या नया सामने आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या यह कार्रवाई दिल्ली की राजनीति में किसी महत्वपूर्ण परिवर्तन का संकेत है, या यह केवल एक और राजनीतिक खेल है?

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