चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट पर शशि थरूर की भावुक टिप्पणी

सूची
  1. शशि थरूर का भावुक संदेश
  2. पुजारा का क्रिकेट सफर
  3. नागरिक जीवन में पुजारा की भूमिका
  4. क्रिकेट जगत में पुजारा का प्रभाव
  5. फैन्स और क्रिकेट प्रेमियों की प्रतिक्रिया
  6. पुजारा का अंतिम संदेश

भारतीय क्रिकेट में एक नया अध्याय समाप्त हो गया है, जब अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अपने संन्यास की घोषणा की। पुजारा, जो अपने मजबूत तकनीकी कौशल और दृढ़ता के लिए जाने जाते हैं, ने 24 अगस्त 2025 को सोशल मीडिया पर इस खबर को साझा किया। उनके इस निर्णय ने क्रिकेट जगत में एक गहरी छाप छोड़ी है, क्योंकि उन्होंने 37 साल की उम्र में अपने करियर को समाप्त करने का निर्णय लिया।

पुजारा ने भारतीय टीम के लिए 103 टेस्ट मैचों में हिस्सा लिया और 5 वनडे इंटरनेशनल मुकाबलों में भी खेला। उनका अंतिम अंतरराष्ट्रीय खेल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (2023) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। इस प्रकार, पुजारा का करियर न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी महत्वपूर्ण रहा है।

शशि थरूर का भावुक संदेश

चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट के बाद, कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने एक भावुक पोस्ट लिखा। थरूर ने व्यक्त किया कि ऐसे महान टेस्ट बल्लेबाज को एक सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि पुजारा ने अपने करियर में जो कुछ हासिल किया, उसके लिए उन्हें काफी त्याग करना पड़ा।

थरूर ने अपने पोस्ट में लिखा, "चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट से मन में एक कसक है। भले ही हालिया समय में उन्हें टीम इंडिया से बाहर किया गया था, लेकिन वह थोड़े और समय तक खेलने के हकदार थे।" इस तरह के विचार कई क्रिकेट प्रेमियों के मन में भी उठते हैं, जो पुजारा की तकनीकी और मानसिक मजबूती की प्रशंसा करते हैं।

पुजारा का क्रिकेट सफर

चेतेश्वर पुजारा ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर स्थापित किए हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 7195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। उनका टेस्ट औसत 43.60 है, जो दर्शाता है कि वह कितने कुशल बल्लेबाज रहे हैं।

  • टेस्ट क्रिकेट में 7195 रन
  • 19 शतक और 35 अर्धशतक
  • 43.60 का औसत
  • 5 वनडे इंटरनेशनल में 51 रन

पुजारा ने घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र और वेस्ट जोन का प्रतिनिधित्व किया, साथ ही उन्होंने काउंटी क्रिकेट में नॉटिंघमशायर, यॉर्कशायर और ससेक्स के लिए भी खेला। उनके इस अनुभव ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर उच्च स्तर पर प्रदर्शन करने में मदद की।

नागरिक जीवन में पुजारा की भूमिका

पुजारा का करियर केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं था। उन्होंने अपने नागरिक जीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने हमेशा युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया और उनके लिए मार्गदर्शन का कार्य किया। उनके अनुभव और ज्ञान ने कई युवा क्रिकेटरों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।

उनकी पत्नी, पूजा पुजारा, ने भी खेल के प्रति अपने दृष्टिकोण को साझा किया है। उन्होंने अपनी किताब "द डायरी ऑफ ए क्रिकेटर्स वाइफ" में पुजारा की मेहनत और संघर्ष की कहानी को उजागर किया है। यह किताब पुजारा के व्यक्तिगत जीवन और उनकी क्रिकेट यात्रा के बीच के संबंध को भी दर्शाती है।

क्रिकेट जगत में पुजारा का प्रभाव

पुजारा का क्रिकेट में योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मैचों में अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को जीत दिलाई है। उनकी तकनीकी क्षमता और मानसिक दृढ़ता ने उन्हें कई बार संकट के समय में भी स्थिरता प्रदान की।

उनकी विदाई पर, थरूर ने लिखा, "मैं उनकी पत्नी की किताब पढ़ रहा था और सोच रहा था कि पुजारा ने जो कुछ हासिल किया है, उसके लिए कितना कुछ करना पड़ता है।" इससे स्पष्ट होता है कि पुजारा की सफलता केवल उनकी बल्लेबाजी से नहीं, बल्कि उनके समर्पण और मेहनत से भी संबंधित है।

फैन्स और क्रिकेट प्रेमियों की प्रतिक्रिया

पुजारा के रिटायरमेंट पर कई क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोशल मीडिया पर उनके प्रति आदर और सम्मान दिखाते हुए, कई ने उनके योगदान को याद किया है।

  • “पुजारा के बिना टेस्ट क्रिकेट की कल्पना करना मुश्किल है।”
  • “उनकी बल्लेबाजी ने हमें कई यादगार पल दिए।”
  • “एक सच्चे योद्धा की विदाई। धन्यवाद, पुजारा।”

इन प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि पुजारा का क्रिकेट में योगदान हर एक क्रिकेट प्रेमी के दिल में बसा है।

पुजारा का अंतिम संदेश

पुजारा ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, “मैंने अपने करियर में जो भी हासिल किया है, वह मेरे परिवार, कोचों और टीम के सहयोग का परिणाम है। मैं सभी का आभारी हूँ।” यह शब्द उनके विनम्र स्वभाव और खेल के प्रति उनके प्रेम को दर्शाते हैं।

उनकी विदाई ने न केवल क्रिकेट जगत को प्रभावित किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि खेल में सम्मान और समर्पण की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

यहां एक भावुक वीडियो देखें, जिसमें पुजारा के रिटायरमेंट पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं और सम्मान व्यक्त किए गए हैं:

पुजारा का करियर एक प्रेरणा है, और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके खेल की अद्भुतता और उनके द्वारा दी गई प्रेरणा ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक अमिट हिस्सा बना दिया है।

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