ग्रेटर नोएडा में दहेज हत्या, बेटे का बयान पापा ने आग लगाई

ग्रेटर नोएडा में दहेज के लिए विवाहिता की हत्या, बेटे ने किया shocking खुलासा

ग्रेटर नोएडा में एक विवाहिता की हत्या का मामला सामने आया है, जो दहेज की मांग को लेकर हुई। यह घटना न केवल परिवारों के बीच तनाव को उजागर करती है, बल्कि समाज में मौजूद दहेज प्रथा की गंभीरता को भी दर्शाती है।

इस घटना में, विवाहिता के ससुराल वालों ने 35 लाख रुपये की मांग की थी, जो पूरी नहीं होने पर उसे जलाकर मार डालने का आरोप लगाया गया है। यह मामला ग्रेटर नोएडा के कासना थाना क्षेत्र का बताया गया है, जहाँ पीड़िता का पति और उसके परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं।

दहेज की मांग और उसके गंभीर परिणाम

ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में एक विवाहिता निक्की की हत्या के पीछे दहेज की मांग का मामला सामने आया है। शादी के बाद से ही उसे लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा। पीड़िता की शादी दिसंबर 2016 में हुई थी। इस दौरान दहेज के रूप में स्कॉर्पियो गाड़ी और अन्य सामान भी दिए गए थे, इसके बावजूद ससुराल वाले 35 लाख रुपये की मांग कर रहे थे।

आरोप है कि पति विपिन और उसके परिवार ने निक्की के साथ कई बार मारपीट की और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। 21 अगस्त को निक्की के साथ हुए इस अत्याचार को उसके परिजनों ने रिपोर्ट किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसके गले पर हमला कर उसे ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग के हवाले कर दिया गया।

घटना की गंभीरता और पुलिस की कार्रवाई

घटना के बाद, पड़ोसियों की मदद से निक्की को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर गंभीर स्थिति में दिल्ली रेफर किया गया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने पति विपिन, जेठ रोहित, सास दया और ससुर सतवीर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

मृतका के परिवार वालों का कहना है कि शादी के बाद से ही उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता रहा। कई बार पंचायतों में समझौते की कोशिश की गई, लेकिन ससुराल वाले मानने को तैयार नहीं थे।

बच्चे का दिल दहला देने वाला बयान

इस केस में एक विशेष बात ये है कि मृतका के बेटे का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहता है, "पापा ने मम्मी को लाइटर से जलाकर मारा।" यह बयान न केवल मामले की गंभीरता को और बढ़ाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बच्चों पर इस तरह के अत्याचार का क्या असर होता है।

पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित की हैं। एडीसीपी सुधीर कुमार ने कहा है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

दहेज के खिलाफ समाज में जागरूकता

यह घटना एक बार फिर से यह सवाल उठाती है कि समाज में दहेज की प्रथा को समाप्त करने की दिशा में क्या कदम उठाए जा रहे हैं। दहेज उत्पीड़न केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि यह समाज की एक बड़ी बीमारी है। दहेज के लिए महिलाओं की हत्या या प्रताड़ना के कई मामले हर साल सामने आते हैं। इसे रोकने के लिए हमें कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है:

  • समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता फैलाना।
  • महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देना और उनकी रक्षा के लिए ठोस कदम उठाना।
  • कानूनों को सख्ती से लागू करना, ताकि दहेज उत्पीड़न के मामलों में तेजी से कार्रवाई हो सके।
  • शिक्षा को प्राथमिकता देना, खासकर लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान देना।
  • समाज के सभी तबकों से सहयोग प्राप्त करना, ताकि दहेज प्रथा के खिलाफ एकजुटता बनाई जा सके।

इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हम सभी को इस प्रकार की प्रथाओं के खिलाफ खड़ा होना होगा। जब तक समाज में जागरूकता और शिक्षा का स्तर नहीं बढ़ता, तब तक ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति होती रहेगी।

इस मामले पर जानकारी के लिए, आप इस वीडियो को देख सकते हैं, जिसमे इस घटना के बारे में और जानकारी दी गई है:

इस तरह के मामलों की रोकथाम के लिए सभी को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है। दहेज प्रथा का अंत तभी संभव है जब हम सभी मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठाएं और इसे समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाएं।

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