गणेश चतुर्थी 2025: मोदक के अलावा 4 प्रिय मिठाइयां-फल

सूची
  1. गणेश चतुर्थी 2025: त्योहार की तिथि और महत्व
  2. गणेश जी का प्रिय भोग क्या है?
    1. मोतीचूर के लड्डू
    2. मुरमुरे के लड्डू
  3. गणेश जी के अन्य प्रिय मिठाइयाँ
  4. गणेश जी को पसंदीदा फल
  5. गणेश जी का पूजा विधि और प्रसाद का महत्व
  6. गणेश चतुर्थी 2025: उत्सव के अन्य रोचक पहलू

गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल भक्तों के बीच बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर भगवान गणेश के प्रति अपनी भक्ति को दर्शाने के लिए कई प्रकार की मिठाइयाँ और फल अर्पित किए जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि भगवान गणेश को सिर्फ मोदक ही नहीं, बल्कि अन्य कई मिठाइयाँ और फल भी प्रिय हैं? इस लेख में हम गणेश जी के पसंदीदा भोगों पर चर्चा करेंगे ताकि आप इस गणेश चतुर्थी पर अपने भोग को विशेष बना सकें।

गणेश चतुर्थी 2025: त्योहार की तिथि और महत्व

गणेश चतुर्थी का त्योहार 2025 में 27 अगस्त को मनाया जा रहा है। यह पर्व Hindu धर्म के अनुसार भगवान गणेश के आगमन का प्रतीक है, जो 10 दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान भक्तजन अपने घरों में गणेश जी की मूर्तियाँ स्थापित करते हैं और विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित करते हैं।

गणेश चतुर्थी का त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। इस दौरान लोग एकत्रित होते हैं, भक्ति गीत गाते हैं और नृत्य करते हैं।

गणेश जी का प्रिय भोग क्या है?

भगवान गणेश को 'मोदप्रिय' कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'मोदक प्रिय'। लेकिन इसके अलावा भी कई मिठाइयाँ और फल हैं जो भगवान गणेश को पसंद हैं। आइए जानते हैं उनके प्रिय भोगों के बारे में:

मोतीचूर के लड्डू

भगवान गणेश के प्रति लड्डू का प्रेम अत्यधिक प्रसिद्ध है। लगभग हर मूर्ति में गणेश जी को लड्डू पकड़े हुए दर्शाया जाता है। मोतीचूर के लड्डू विशेष रूप से गणेश चतुर्थी पर अर्पित किए जाते हैं। ये लड्डू समृद्धि और खुशी का प्रतीक समझे जाते हैं।

मुरमुरे के लड्डू

एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, जब भगवान गणेश कुबेर के महल में गए थे, तब उन्होंने बार-बार भोजन की मांग की। अंततः भगवान शिव ने उन्हें मुरमुरे का भोग अर्पित करने का सुझाव दिया। इससे गणेश जी की भूख मिट गई और तब से मुरमुरे के लड्डू उन्हें प्रिय माने जाते हैं।

गणेश जी के अन्य प्रिय मिठाइयाँ

गणेश चतुर्थी पर मोदक और लड्डू के अलावा कुछ अन्य मिठाइयाँ भी भगवान गणेश को अर्पित की जाती हैं:

  • खीर: यह एक मीठा और मलाईदार व्यंजन है, जिसे विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। गणेश जी को खीर बहुत पसंद है, इसलिए इसे भी भोग में शामिल किया जाता है।
  • बासुंदी: यह दूध से बनायी जाने वाली एक मिठाई है, जो खासतौर पर गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों पर बनाई जाती है।
  • पाला उंद्रालु: यह एक प्रकार की खीर है, जो विशेष रूप से गणेश उत्सव पर बनाई जाती है।
  • पाला थालिकलु: यह भी एक खास मिठाई है जो गणेश जी को बहुत प्रिय है।

गणेश जी को पसंदीदा फल

गणेश जी को मिठाइयों के साथ-साथ कुछ फलों का भोग भी अर्पित किया जाता है। इनमें से कुछ फल निम्नलिखित हैं:

  • केले: भगवान गणेश को केले बहुत पसंद हैं। भारतीय परंपरा में उन्हें केले के पेड़ से विवाहित माना जाता है। इसलिए पूजा में केले का भोग अर्पित करना जरूरी माना जाता है।
  • सेब: यह फल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है और गणेश जी को भी अर्पित किया जा सकता है।
  • अमरूद: इसे भी गणेश जी को भोग में अर्पित किया जाता है, खासकर जब यह सीजन में होता है।

गणेश जी का पूजा विधि और प्रसाद का महत्व

गणेश चतुर्थी के दिन विशेष पूजा विधियों का पालन किया जाता है। भक्त गणेश जी की मूर्ति को अच्छे से स्नान कराते हैं, फिर उन्हें नए वस्त्र पहनाते हैं। इसके बाद, भोग अर्पित किया जाता है।

प्रसाद का महत्व केवल भक्ति में नहीं है, बल्कि यह एक प्रकार की श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक भी है। भक्तों का मानना है कि भगवान गणेश प्रसाद को स्वीकार करके उनके जीवन में खुशियाँ और समृद्धि लाते हैं।

गणेश चतुर्थी 2025: उत्सव के अन्य रोचक पहलू

गणेश चतुर्थी के दौरान न केवल पूजा की जाती है, बल्कि कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। लोग अपनी सोसाइटी में गणेश उत्सव मनाते हैं, जहाँ भजन-कीर्तन, नृत्य और रंगारंग कार्यक्रम होते हैं। यह पर्व एकता और सामूहिकता का प्रतीक है।

इस दौरान, रैलियाँ और झाँकियाँ भी निकाली जाती हैं, जिसमें भगवान गणेश की मूर्तियाँ भव्य रूप से सजाई जाती हैं। ये झाँकियाँ भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय होती हैं।

गणेश चतुर्थी के इस पर्व को और भी खास बनाने के लिए, यहाँ एक वीडियो है जो इस उत्सव की खासियतों को दर्शाता है:

गणेश चतुर्थी के इस पावन अवसर पर अपने प्रिय भोगों को अर्पित करके आप भगवान गणेश की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस त्योहार का आनंद लें और अपने परिवार के साथ इसे मनाएँ।

Go up