आजमगढ़ एनकाउंटर में STF ने एक लाख का इनामी बदमाश मारा

सूची
  1. आजमगढ़ में STF के साथ हुई मुठभेड़ में बदमाश शंकर कनौजिया ढेर
  2. शंकर कनौजिया का आपराधिक इतिहास और गिरफ्तारी का प्रयास
  3. मुठभेड़ का घटनाक्रम और पुलिस की कार्रवाई
  4. कानून व्यवस्था में सुधार और STF की भूमिका
  5. सम्बंधित ख़बरें और वीडियो सामग्री

हाल ही में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ हुई, जिसमें 1 लाख रुपये का इनामी बदमाश शंकर कनौजिया मारा गया। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पुलिस और विशेष कार्य बल (STF) किस तरह से संगठित अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।

आजमगढ़ में STF के साथ हुई मुठभेड़ में बदमाश शंकर कनौजिया ढेर

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में विशेष कार्य बल (STF) और स्थानीय पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में शंकर कनौजिया, जो कि एक कुख्यात अपराधी था और जिसके ऊपर 1 लाख रुपये का इनाम था, मारा गया। इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने एक कार्बाइन, 9mm पिस्टल और बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। शंकर कनौजिया 2011 से फरार था और उस पर हत्या, अपहरण और लूट के कई गंभीर मामले दर्ज थे।

पुलिस के अनुसार, शंकर कनौजिया का आपराधिक इतिहास बहुत लंबा रहा है। वह पूर्वांचल क्षेत्र में अपने गिरोह के साथ मिलकर अपराध करता रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस विभिन्न उपाय कर रही थी, और उसके ठिकाने की जानकारी मिलने पर अभियान चलाया गया।

शंकर कनौजिया का आपराधिक इतिहास और गिरफ्तारी का प्रयास

शंकर कनौजिया का आपराधिक इतिहास गंभीर मामलों से भरा हुआ है। 2011 में, उसने दोहरीघाट क्षेत्र में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी, जिसके बाद वह फरार हो गया। इसके बाद, जुलाई 2024 में, उसने महाराजगंज के शैलेंद्र सिंह का अपहरण किया और उसे बेरहमी से मार डाला। उसके खिलाफ दर्ज मामलों में शामिल हैं:

  • हत्या
  • अपहरण
  • लूट
  • आपराधिक संगठन के तहत मामले

शंकर के खिलाफ कई जिलों की पुलिस उसकी खोज में लगी हुई थी। STF को सूचना मिली थी कि वह अपने गिरोह के साथ आजमगढ़ के जहानागंज थाना क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहा है।

मुठभेड़ का घटनाक्रम और पुलिस की कार्रवाई

जब STF ने शंकर और उसके गिरोह को घेराबंदी की, तब उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई, जिसके परिणामस्वरूप शंकर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह मुठभेड़ पुलिस की तत्परता और रणनीतिक योजना का एक उदाहरण है।

घटनास्थल से बरामद किए गए हथियारों में शामिल थे:

  • 9mm कार्बाइन
  • 9mm पिस्टल
  • एक खुखरी
  • बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस

कानून व्यवस्था में सुधार और STF की भूमिका

इस मुठभेड़ ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया है। STF की कार्यप्रणाली और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गति ने यह साबित कर दिया कि सरकार संगठित अपराधियों के खिलाफ सख्त है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाइयां अपराधियों के मनोबल को तोड़ने में सहायक होती हैं। इससे यह भी संदेश जाता है कि अपराधी चाहे कितने भी ताकतवर क्यों न हों, कानून की पहुंच से बाहर नहीं हैं।

सम्बंधित ख़बरें और वीडियो सामग्री

अगर आप इस घटना से जुड़ी और जानकारियाँ प्राप्त करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं:

इस मुठभेड़ ने साबित कर दिया है कि पुलिस और STF का कार्य केवल अपराधियों को पकड़ना नहीं है, बल्कि समाज में सुरक्षा और शांति स्थापित करना भी है।

आगे बढ़ते हुए, यह देखना होगा कि क्या पुलिस इस तरह की कार्रवाइयों को आगे भी जारी रखेगी, ताकि अपराधियों में भय का संचार किया जा सके और समाज में सुरक्षा का माहौल बना रहे।

हालांकि, यह घटना केवल एक मुठभेड़ नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है और यह साबित करती है कि सरकार अपराधियों के खिलाफ सक्रिय है।

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